क्या होता है शेयर बाजार में Stock Split? आम निवेशक कैसे उठा सकते हैं फायदा
Share Market Stock Splitting स्टॉक स्प्लिट में एक कंपनी की ओर से अपने शेयर को एक निश्चिचत अनुपात में विभाजित कर दिया जाता है। इससे कंपनी के स्टॉक की फेस वैल्यू भी कम हो जाती है। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। इस हफ्ते शेयर बाजार में आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर 1:10 अनुपात में विभाजित हो चुका है। शेयर बाजार की भाषा में कहा जाए तो कंपनी का स्टॉक स्प्लिट हुआ है। इसके साथ दो और कंपनी श्रीजी ट्रांसलॉजिस्टिक्स और केसीडी इंडस्ट्रीज इंडिया के शेयरों में पिछले सप्ताह स्टॉक स्प्लिट हुआ था।
क्या होता है स्टॉक स्प्लिट?
स्टॉक स्प्लिट उस समय होता है, जब कंपनी एक निश्चित अनुपात में मौजूदा शेयरधारकों को शेयर की फेस वैल्यू को कम करके अधिक शेयर जारी करती है।
उदाहरण के लिए एबीसी लिमिटेड ने अपने 10 रुपये की फेस वैल्यू के शेयर को 1: 10 के अनुपात में विभाजित करने का फैसला किया है। इसके कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू घटकर एक रुपये रह जाएगी और कंपनी के एक शेयर होल्डर को नौ अतिरिक्त शेयर जारी जाएंगे। कंपनी का शेयर जो विभाजन से पहले 100 रुपये ट्रेड करता था। अब 10 रुपये पर ट्रेड करेगा।
बता दें, कंपनी के स्टॉक स्प्लिट से उसके मार्केट कैप पर कोई असर नहीं होता है। बस केवल आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है।
इन तारीखों रखें ध्यान
स्टॉक स्प्लिट में निवेशकों को दो तारीखों रिकॉर्ड डेट और एक्स डेट का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। रिकॉर्ड डेट तारीख को कहा जाता है, जब कंपनी का तय करती है कि कौन से शेयरधारक स्टॉक स्प्लिट के पात्र हैं। एक्स डेट उस तारीख को कहा जाता है, जब कंपनी का शेयर बाजार में विभाजित होने के बाद ट्रेड करता है।
कैसे ले सकते हैं स्टॉक स्प्लिट में फायदा ?
मौजूदा समय में शेयर बाजार में T+1 सेटेलमेंट साइकिल लागू होने के बाद रिकॉर्ड डेट और एक्स डेट एक ही हो गई है। किसी कंपनी के स्टॉक स्प्लिट में भाग लेने के लिए निवेशक को कम से कम एक दिन पहले शेयर लेना जरूरी है।
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