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Vande Bharat से बदल रही छुक-छुक गाड़ी वाली भारतीय रेलवे की तस्वीर, फ्लाइट जैसी सुविधाओं से है लैस

Vande Bharat को आधुनिक भारत की ट्रेंन माना जाता है। अब सरकार वंदे भारत ट्रेंन का स्लीपर क्लास लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है। पहली वंदे भारत ट्रेंन को 2019 में दिल्ली- वाराणसी के बीच शुरू किया गया था।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Wed, 21 Jun 2023 01:51 PM (IST)
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हली वंदे भारत एक्सप्रेस को चेन्नई की ICF द्वारा तैयार किया गया था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रेल को मॉर्डन बनाने के प्लान के तहत केंद्र सरकार की ओर से 15 फरवरी, 2019 को वाराणसी से नई दिल्ली के बीच देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक इस ट्रेन में बड़ा परिवर्तन आ चुका है।

पहली वंदे भारत ट्रेन

देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को चेन्नई के इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (ICF) में तैयार किया गया था। 2018 में बनने के कारण इसे ट्रेन 18 नाम दिया गया। ट्रेन की खास बता थी कि इसे पूरी तरह से भारत में डिजाइन और मैन्यूफैक्चर किया गया था। इस ट्रेन को दिल्ली- कानपुर- प्रयागराज- वाराणसी के बीच चलाया गया था।

वंदे भारत ट्रेन में क्या आया बदलाव?

पहली वंदे भारत ट्रेनों को शताब्दी क्लास की ट्रेन के विकल्प के रूप में माना जाता था। शुरुआत में इसकी स्पीड को 160 किलोमीटर प्रति घंटा रखा गया था और सुविधाएं शताब्दी से काफी अच्छी थीं। आज की वंदे भारत ट्रेंन की अधिकतम रफ्तार को 220 किलोमीटर प्रतिघंटा तक करने की योजना पर काम किया जा रहा है।

मौजूदा समय में वंदे भारत ट्रेन आईसीएफ के अलावा, रेल कोच फैक्ट्री और मॉडर्न कोच फैक्ट्री में बनाई जा रही है।

वंदे भारत ट्रेन की खासियत

  • वंदे भारत ट्रेन में इंटेलीजेंट ब्रेकिंग सिस्टम दिया हुआ है, जिसके कारण ये ट्रेन तेजी से गति पकड़ी सकती है और साथ ही इसे तेजी से रोका जा सकता है। इससे ट्रेन की यात्रा के समय अन्य के मुकाबले 25 से 45 प्रतिशत से कम हो जाता है।
  • वंदे भारत ट्रेन में ऑटोमेटिक डोर दिए गए हैं और दरवाजे बंद होने के बाद ही ये ट्रेन आगे बढ़ती है।
  • इस ट्रेन में जीपीएस की सुविधा दी हुई है, जिसकी मदद से कोई यात्री अपनी यात्रा की पूरी जानकारी ले सकता है।
  • इसमें ऑनबोर्डिंग इंटरनेट की सुविधा भी दी गई है।
  • अगर आप परिवार के साथ यात्रा कर रहे हैं तो आप इसकी सीट को डिग्री घुमा सकते हैं।
  • इसमें बायो-बैक्यूम टॉयलेट दिए गए हैं।

जल्द स्लीपर वंदे भारत ट्रेन आएगी

मौजूदा समय में वंदे भारत ट्रेन को एक डे ट्रेन के रूप में चलाया जा रहा है। केंद्रीय रेल मंत्री के बयान के मुताबिक आने वाले समय में लोगों वंदे भारत ट्रेन के तीन अवतार देखने को मिल सकते हैं। पहला - वंदे चेयर कार, दूसरा- वंदे मेट्रो और तीसरी - वंदे स्लीपर

वंदे मेट्रो ट्रेन का उपयोग 100 किलोमीटर से कम, वंदे चेयर कार का उपयोग 100-550 किलोमीटर तक की यात्रा करने और वंदे स्लीपर का प्रयोग 550 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने के लिए किया जाता है।

देश में कितनी हैं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन?

मौजूदा समय पर देश में कुल 18 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं। 27 जून को पीएम मोदी दो और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं। ये ट्रेन भोपाल-इंदौर और भोपाल-जबलपुर के बीच चलेगी। बता दें, 75 वंदे भारत ट्रेन अगस्त 2024 शुरू करने का प्लान भारत सरकार की ओर से बनाया गया है।