जी एंटरटेनमेंट में अपनी आधी से अधिक हिस्सेदारी बेचने को तैयार सुभाष चंद्रा
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि सुभाष चंद्रा के नेतृत्व में प्रमोटर्स कंपनी की 50 फीसद तक की हिस्सेदारी रणनीतिक साझेदार को बेचना चाहते हैं
By Praveen DwivediEdited By: Updated: Thu, 07 Feb 2019 12:08 PM (IST)
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। एसेल समूह की प्रमुख कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (जेडईईएल) के प्रमोटर्स कर्ज उतारने की योजना के तहत कंपनी की 50 फीसद से अधिक हिस्सेदारी बेचने के लिए भी तैयार है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके लिए उनकी दो से अधिक निवेशकों से वार्ता भी चल रही है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि सुभाष चंद्रा के नेतृत्व में प्रमोटर्स कंपनी की 50 फीसद तक की हिस्सेदारी रणनीतिक साझेदार को बेचना चाहते हैं। जेडईईएल के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका ने कहा कि हमारी मंशा नहीं बदली है, लेकिन यदि कोई 50 फीसद से अधिक हिस्सेदारी खरीदने की भी पेशकश करता है, तो हम उस पर विचार करेंगे।प्रमोटर्स द्वारा कंपनी में 50 फीसद से अधिक हिस्सेदारी बेचने के लिए भी तैयार रहने की बात कहने के बाद जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के शेयरों में छह फीसद से अधिक तेजी देखी गई। बीएसई पर कंपनी के शेयर 6.20 फीसद उछलकर 387.95 रुपये पर बंद हुए।
एसेल के प्रमोटरों को निवेशक तलाशने के लिए मिले ज्यादा वक्त: कुछ म्युचुअल फंडों ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आग्रह किया है कि उन्हें एसेल ग्रुप के डिबेंचर ट्रस्ट डीड्स के फ्रेमवर्क में संशोधन करने की अनुमति दी जाए। वे चाहते हैं कि प्रमोटर्स को रणनीतिक निवेशक की खोज करने के लिए अधिक समय मिले। एसेल ग्रुप में इन म्यूचुअल फंडों का करीब 8000 करोड़ रुपये का निवेश है। एसेल ग्रुप ने रविवार को अपने कर्जदाताओं के साथ एक औपचारिक समझौता किया था। इन कर्जदाताओं में म्यूचुअल फंड्स और गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनीज भी शामिल हैं।