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टी+0 निपटान प्रणाली में 1.30 बजे तक ही होगी ट्रेडिंग, सेबी ने जारी की गाइडलाइन

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परिपत्र में कहा कि नया ढांचा 28 मार्च से लागू होगा। ऐसे शेयरों की ट्रेडिंग का समय सुबह 9.15 बजे से दोपहर 1.30 बजे के बीच होगा। सेबी ने अपने बयान में कहा टी+1 निपटान चक्र के अलावा वैकल्पिक आधार पर टी+0 निपटान चक्र के बीटा संस्करण की शुरूआत के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का निर्णय लिया गया है।

By Agency Edited By: Praveen Prasad Singh Updated: Thu, 21 Mar 2024 09:19 PM (IST)
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टी+0 निपटान प्रणाली में शामिल शेयरों का मूल्य सामान्य श्रेणी के शेयरों से अलग होगा।
पीटीआई, नई दिल्ली। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने गुरुवार को वैकल्पिक आधार पर ट्रेडिंग के दिन ही निपटान से जुड़े बीटा वर्जन के संबंध में एक गाइडलाइन जारी की है। शुरुआत में यह विकल्प 25 शेयरों तक सीमित रहेगा और यह सुविधा सीमित संख्या में ही ब्रोकरों के लिए उपलब्ध होगी। यह इक्विटी मार्केट में मौजूदा टी+1 निपटान चक्र के अतिरिक्त होगी।

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परिपत्र में कहा कि नया ढांचा 28 मार्च से लागू होगा। ऐसे शेयरों की ट्रेडिंग का समय सुबह 9.15 बजे से दोपहर 1.30 बजे के बीच होगा। सेबी ने अपने बयान में कहा, ''टी+1 निपटान चक्र के अलावा वैकल्पिक आधार पर टी+0 निपटान चक्र के बीटा संस्करण की शुरूआत के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का निर्णय लिया गया है।'' सेबी ने कहा, ''इक्विटी बाजार 25 शेयरों तक सीमित रहने के साथ ही ब्रोकरों की संख्या भी सीमित होगी।''

सेबी ने आगे कहा है कि निपटान चक्र का समय घटने से निवेशकों की लागत में ना केवल कमी आएगी बल्कि प्रतिभूति बाजार पारिस्थितिकी तंत्र में जोखिम प्रबंधन को मजबूत करेगा। टी+0 का मतलब एक ही दिन निपटान से है।

टी+0 निपटान प्रणाली में शामिल शेयरों का मूल्य सामान्य श्रेणी के शेयरों से अलग होगा। यह मूल्य सामान्य श्रेणी के मूल्य से कम या ज्यादा हो सकता है। ऐसे शेयरों की ट्रेडिंग का समय सुबह 9.15 बजे से दोपहर 1.30 बजे के बीच होगा। सेबी ने बदलते समय के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए 2022 में निपटान प्रणाली को टी+5 से छोटा करके टी+3 कर दिया था। उसके बाद 2003 में टी+2 कर दिया था।