नए पेट्रोल इंजन के साथ आएंगी टाटा की कारें
डीजल कार निर्माता की पहचान से छुटकारा पाने के लिए टाटा मोटर्स ने नया पेट्रोल इंजन रेवोट्रॉन पेश किया है। डीजल की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ता फिर से पेट्रोल कारों को तवज्जो देने लगे हैं। इसे देखते हुए कंपनी ने भी रणनीति बदलने का फैसला किया है। कंपनी को पूरी उम्मीद है कि पेट्रोल सेगमेंट में इस आधुनिक इंजन की मदद से टाट
By Edited By: Updated: Tue, 21 Jan 2014 09:59 AM (IST)
मुंबई। डीजल कार निर्माता की पहचान से छुटकारा पाने के लिए टाटा मोटर्स ने नया पेट्रोल इंजन रेवोट्रॉन पेश किया है। डीजल की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ता फिर से पेट्रोल कारों को तवज्जो देने लगे हैं। इसे देखते हुए कंपनी ने भी रणनीति बदलने का फैसला किया है। कंपनी को पूरी उम्मीद है कि पेट्रोल सेगमेंट में इस आधुनिक इंजन की मदद से टाटा मोटर्स की उपस्थिति बाजार में फिर से मजबूत होगी।
कंपनी के प्रेसीडेंट (यात्री वाहन कारोबार) रंजीत यादव ने बताया कि 1.2 लीटर का चार सिलेंडर इंजन रेवोट्रॉन हमारे लिए रणनीतिक बदलाव है। यह अपनी श्रेणी का पहला स्वदेशी इंजन है। हम पेट्रोल और डीजल दोनों सेगमेंट में अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज कराना चाहते हैं। इसमें मल्टी प्वाइंट फ्यूल इंजेक्शन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह वजन में हल्का है। इसलिए बेहतर माइलेज देगा। ये कार है या फुटबॉल? आप इसे देखें और करें फैसला रेवोट्रॉन सीरीज को कार मालिकों, विशेषज्ञों और ड्राइवरों के फीडबैक के आधार पर विकसित किया गया है। इसके लिए हमने ऑस्टिया की ग्लोबल डिजाइन कंसल्टेंट एवीएल, बॉश, हनीवेल, माहले और आइएनए जैसी कंपनियों के साथ काम किया है। यह इंजन 83.5 बीएचपी का पावर और 5,000 आरपीएम की मदद से जबर्दस्त स्पीड भी देगा।
नई कॉम्पैक्ट कार उतारेगी मारुति रंजीत ने बताया कि वाहन चालक हमारी कारों में ज्यादा आवाज की शिकायत करते थे। इसलिए रेवोट्रॉन में इस दिक्कत को दूर करने की पूरी कोशिश की गई है। यह बीएस-4 मानकों को पूरा करता है और सीएनजी पर भी काम कर सकेगा। इसका इस्तेमाल इंडिका और इंडिका विस्टा में किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस इंजन के साथ टाटा की पहली कार हैचबैक फाल्कन और कांपेक्ट सलून होंगी। इन्हें अगले महीने दिल्ली ऑटो एक्सपो में पेश किया जा सकता है। सरकार द्वारा तेल कंपनियों को हर महीने डीजल के दाम बढ़ाने की इजाजत देने के बाद डीजल कारों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। टाटा मोटर्स की बिक्त्री भी हर तिमाही नीचे जा रही है। इसलिए कंपनी ने रेवोट्रॉन पर दांव खेलकर दोनों सेगमेंट की ओर कदम बढ़ा दिए हैं।