Tata Motors DVR 18 प्रतिशत तक चढ़ा, जानिए क्या होता डीवीआर शेयर? क्यों इसे जारी करती हैं कंपनियां
Tata Motors DVR शेयरों के रद्द होने के एलान के बाद इसमें जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। कंपनी की ओर से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही नतीजों जारी करते हुए कहा गया है कि शेयरधारकों को 10 डीवीआर शेयरों के बदले दो रुपये की फेस वैल्यू वाले 7 टाटा मोटर्स के शेयर जारी किए जाएंगे। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क। टाटा मोटर्स डीवीआर का शेयर बुधवार को 18 प्रतिशत बढ़कर अपने 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर 440 रुपये प्रति शेयर को छू गया। टाटा मोटर्स डीवीआर में तेजी का कारण कंपनी की ओर से इसे टाटा मोटर्स के साधारण शेयरों में बदलना बताया जा रहा है।
टाटा मोटर्स डीवीआर शेयरों को रद्द करेगा
टाटा मोटर्स की ओर से मंगलवार (25 जुलाई) को किया गया कि कंपनी अपने डीवीआर शेयरों को रद्द करने जा रही है। शेयरधारकों को हर 10 डीवीआर शेयरों के बदले टाटा मोटर्स के 7 साधारण शेयर मिलेंगे। इससे पहले कंपनी ने जनवरी में एलान किया था कि न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से टाटा मोटर्स के एडीआर को डिलिस्ट किया जाएगा।
क्या होता है DVR शेयर?
DVR का पूरा नाम differential voting rights है। इसके तहत कंपनियां अपने निवेशकों को साधारण शेयरों की तुलना में कम वोटिंग अधिकारों के साथ शेयर जारी करती हैं। उदाहरण के लिए साधारण शेयर में एक स्टॉक पर एक वोट का अधिकार मिलता है, जबकि DVR शेयर में दो या फिर कई शेयरों पर एक वोट का अधिकार मिलता है। हालांकि, DVR शेयर पर वोट कितने होंगे, ये कंपनी पर निर्भर करता है। कंपनियां इसे अपने वोटिंग अधिकार को कम बांटने के लिए प्रयोग करती है।
टाटा मोटर्स के पहली तिमाही के नतीजे?
टाटा मोटर्स की ओर से वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के नतीजे कल जारी किए गए थे। कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा बढ़कर 3,202 करोड़ रुपये हो गया है। इस दौरान कंपनी की आय 42 प्रतिशत बढ़कर 1,02,236.08 करोड़ रुपये हो गई है। कंपनी के प्रीमियम कार सेगमेंट जेगुआर-लैंडरोवर ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है। इस कारण कंपनी का कर्ज घटकर 4,17,000 करोड़ रुपये रह गया है।