टाटा स्टील से किया 190 खरीदारों ने संपर्क
साल 2007 में कोरस के अधिग्रहण के बाद लगातार घटती मांग और चीन से सस्ते स्टील की आयात की वजह से कंपनी को काफी नुकसान उठाना पड़ा था।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 18 Apr 2016 08:18 PM (IST)
लंदन, प्रेट्र। टाटा स्टील के ब्रिटिश कारोबार को बेचने की राह आसान होती दिख रही है। कंपनी के घाटे वाले प्लांटों को खरीदने के लिए 190 खरीदारों ने संपर्क किया है। इनमें संभावित वित्तीय और औद्योगिक निवेशक शामिल हैं।
इसके अलावा एशिया व सुदूर-पूर्व में खरीदारों की तलाश के लिए स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक को अतिरिक्त सलाहकार नियुक्त किया गया है। कंपनी ने बिक्री को सुगम बनाने के लिए बिमलेंद्र झा को टाटा स्टील यूके का सीईओ बनाया है। झा अभी तक टाटा स्टील यूरोप के लांग प्रोडक्ट बिजनेस के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन थे।सार्क देशों को पावर ग्रिड बनाने की मुफ्त तकनीकी सहायता देगा भारत पाइपलाइन के जरिए भारत बांग्लादेश को बेचेगा डीजल और पेट्रोल
स्टैंडर्ड चार्टर्ड पहले से नियुक्त सलाहकार केपीएमजी के साथ मिलकर काम करेगा। केपीएमजी के नियुक्ति 11 अप्रैल को की गई थी। टाटा स्टील यूरोप के सलाहकारों को बीते सात दिनों के दौरान कंपनी के ब्रिटिश कारोबार को खरीदने के लिए कई पार्टियों ने रुचि दिखाई है। इसमें दुनिया भर के 190 संभावित खरीदार शामिल हैं। इस हफ्ते खरीद को लेकर और भी अधिक जानकारी सामने आएगी। बिक्री के दायरे में ब्रिटेन का पोर्ट टालबोट में स्थित सबसे बड़ा स्टील प्लांट भी आएगा।
टाटा ग्रुप की दो कंपनियों पर 6,250 करोड़ का जुर्माना
टाटा स्टील ने इसी महीने अपने घाटे वाले ब्रिटिश कारोबार को बेचने का एलान कर यहां की सरकार को भी सकते में डाल दिया था। बिक्री के प्रारंभ होने के साथ ही एक दशक पूर्व कोरस स्टील का अधिग्रहण कर ब्रिटिश स्टील कारोबार पर छा जाने वाली टाटा स्टील की भू्मिका भी यहां से खत्म होनी शुरू हो गई है। टाटा समूह की कंपनी ने कोरस को साल 2007 में 14 अरब डॉलर में खरीदा था। कंपनी ने बीते हफ्ते ही अपने लांग प्रोडक्ट यूरोप बिजनेस को निवेश फर्म ग्रेबुल कैपिटल को बेचने का एलान किया था।बिजनेस से संबंधित सभी खबरों को पढ़ने के लिए क्लिक करें