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कर संग्रह का लक्ष्य संशोधित अनुमान में बरकरार रहने की संभावना: अधिकारी

वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें पहले ही नीचे आ गई हैं लेकिन उत्पाद शुल्क में कटौती का कोई प्रस्ताव नहीं है। चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर (व्यक्तिगत आयकर और कारपोरेट कर) से 18.23 लाख करोड़ रुपये और अप्रत्यक्ष कर (जीएसटी सीमा शुल्क उत्पाद शुल्क) से 15.38 लाख करोड़ रुपये एकत्र होने की उम्मीद है।

By AgencyEdited By: Rammohan MishraUpdated: Mon, 11 Dec 2023 08:00 PM (IST)
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कर संग्रह का लक्ष्य संशोधित अनुमान में बरकरार रहने की संभावना है।
पीटीआई, नई दिल्ली। सरकार चालू वित्त वर्ष के लिए 33.61 लाख करोड़ रुपये के कुल कर संग्रह लक्ष्य के बजटीय अनुमान को संशोधित अनुमान में भी बरकरार रख सकती है। यह पिछले वर्ष 2022-23 के 30.54 लाख करोड़ रुपये कर संग्रह से 10.1 प्रतिशत अधिक है।

प्रत्यक्ष कर संग्रह में हुई बढ़ोतरी 

वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें पहले ही नीचे आ गई हैं, लेकिन उत्पाद शुल्क में कटौती का कोई प्रस्ताव नहीं है। अधिकारी ने कहा-

अब तक प्रत्यक्ष कर संग्रह लगभग 20 प्रतिशत बढ़ा है और अप्रत्यक्ष कर संग्रह पांच प्रतिशत अधिक है। हमारे पास वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों का आंकड़ा उपलब्ध है और अमूमन पहली छमाही में संग्रह बेहतर रहता है। ऐसे में हम अपने संशोधित अनुमान (आरई) में बजट आंकड़ों पर कायम रहेंगे।

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क्या कहते हैं आंकड़े?

चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर (व्यक्तिगत आयकर और कारपोरेट कर) से 18.23 लाख करोड़ रुपये और अप्रत्यक्ष कर (जीएसटी, सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क) से 15.38 लाख करोड़ रुपये एकत्र होने की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष के राजस्व आंकड़ों के लिए संशोधित अनुमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2024 को संसद में अंतरिम बजट के हिस्से के रूप में पेश करेंगी।

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