Tax Saving Tips हर कोई ज्यादा से ज्यादा टैक्स बचाने की कोशिश करता है। इसके लिए वो कई स्कीम में भी निवेश करते हैं। अगर आप भी टैक्स बचाने के साथ ज्यादा ब्याज दर पाना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम (Small Saving Scheme) के बारे में बताएंगे जिसमें आप रिटर्न के साथ टैक्स बेनिफिट का लाभ भी उठा सकते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। Income Tax 2024: कई करदाता ज्यादा से ज्यादा टैक्स बचाने की कोशिश में लग गए हैं। टैक्स सेविंग के लिए सरकार द्वारा कई स्कीम चलाई जा रही है। इन स्कीम में करदाता को निवेश पर उच्च ब्याज के साथ कर छूट का भी लाभ मिलता है।
आज हम आपको कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम (Small Saving Scheme) के बारे में बताएंगे जिसकी मदद से आप आसानी से ज्यादा से ज्यादा टैक्स बचा (
Tax Benefit) सकते हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
कई निवेशकों को पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) में निवेश करना पसंद है। इसमें आप 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और एक साल में अधिकतम 1.50 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं।वैसे को इस स्कीम में 15 साल तक निवेश करना होता है पर निवेशक इस स्कीम को 5-5 साल के लिए आगे बढ़ा सकता है। पीपीएफ में निवेशक अगर 3 साल तक लगातार निवेश करता है तो वह 3 साल के बाद लोन भी ले सकता है।
बता दें कि आप पीपीएफ अकाउंट 15 साल से पहले बंद नहीं कर सकते हैं और अगर आप किसी भी साल निवेश नहीं करते हैं तो अकाउंट फ्रीज हो जाएगा। अकाउंट फ्रीज हो जाने के बाद निवेशक को मिलने वाले सभी लाभ भी बंद हो जाएंगे। वर्तमान में पीपीएफ में 7 फीसदी की दर के हिसाब से ब्याज मिलता है।पीपीएफ अकाउंट आसानी से बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है। पीपीएफ में आयकर अधिनियम के 80 सी के तहत आसानी से टैक्स बेनिफिट मिलता है।
किसान विकास पत्र (KVP)
पोस्ट ऑफिस कि किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) स्कीम काफी पॉपुलर है। इस स्कीम में 6.9 फीसदी का ब्याज मिलता है। इस स्कीम में निवेश करने की कोई लिमिट नहीं है। निवेशक को कम से कम 1,000 रुपये का निवेश करना होता है और अधिकतम वह कितना भी निवेश कर सकता है।इस स्कीम में निवेशक सिंगल और ज्वाइंट दोनों मोड में इन्वेस्ट कर सकता है। बता दें कि 18 साल से ज्यादा आयु वाले व्यक्ति ही इसमें निवेश कर सकते हैं। अगर कोई पैरेंट्स माइनर के लिए अकाउंट ओपन करते हैं तो अकाउंट से मिलने वाले सभी अधिकार माइनर के माता-पिता के पास होंगे।
इस स्कीम में लॉक-इन पीरियड ढाई साल यानी 2.5 वर्ष का होता है। इसका मतलब है कि इस टेन्योर तक निवेशक स्कीम से राशि को बाहर नहीं निकाल सकता है। इस स्कीम में निवेशक को इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत
टैक्स बेनिफिट मिलता है।
यह भी पढ़ें- Income Tax 2024: Home Loan के जरिए भी बचा सकते हैं टैक्स, जानें कैसे उठाएं इसका लाभ
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (National Saving Certificate) में आप 1,000 रुपये से निवेश करना शुरू कर सकते हैं। इसमें निवेशक को सालाना 6.8 फीसदी का ब्याज मिलता है। इस स्कीम में इंटरेस्ट का कैलकुलेशन सालाना आधार पर किया जाता है और स्कीम मैच्योर हो जाता है तब ब्याज की राशि एक साथ दी जाती है। इस स्कीम में निवेशक कितने भी रुपये का निवेश कर सकते हैं। निवेश की अधिकतम कोई लिमिट तय नहीं है।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS)
इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की एक स्कीम है। यह स्कीम म्यूचुअल फंड कंपनियां द्वारा चलाई जाती है। इस स्कीम में निवेशक को टैक्स बेनिफिट का लाभ मिलता है। अगर आप इस स्कीम में निवेश करना चाहते हैं तो आप आसानी से ऑनलाइन या फिर किसी एजेंट की मदद से खरीद सकते हैं। इसमें आपको हर महीने कम से कम 5,000 रुपये का निवेश करना होता है।
यह एक वन-टाइम स्कीम है। इसमें अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। इस स्कीम में निवेशक को 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स छूट मिलता है। इस स्कीम का लॉक-इन पीरियड 3साल का होता है। 3 साल के बाद निवेशक इसमें से आंशिक निकासी कर सकता है। इसमें ब्याज नहीं दिया जाता है बल्कि उसकी जह मार्केट लिंक रिटर्न मिलता है।
यह भी पढ़ें- Tax Saving Tips: टैक्स बचाने के लिए टैक्सपेयर्स इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो जाएगा भारी नुकसान