Tech Layoffs 2024: चार महीने में 80 हजार टेक कर्मचारियों ने गंवाई नौकरी, इन कंपनियों ने निकाली पूरी टीम
कैलेंडर वर्ष 2024 के पहले चार महीनों के दौरान वैश्विक स्तर पर टेक्नोलॉजी सेक्टर के 80 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। इस छंटनी से वैश्विक स्तर पर पूरा स्टार्टअप इकोसिस्टम परेशान हो रहा है। टेक्नोलॉजी क्षेत्र में छंटनी पर नजर रखने वाली वेबसाइट लेऑफ डाट एफवाईआई के हालिया डेटा के मुताबिक इस साल तीन मई तक वैश्विक स्तर पर 80230 कर्मचारियों की छंटनी हुई है।
आईएएनएस, नई दिल्ली। कैलेंडर वर्ष 2024 के पहले चार महीनों के दौरान वैश्विक स्तर पर टेक्नोलॉजी सेक्टर के 80 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है। इस छंटनी से वैश्विक स्तर पर पूरा स्टार्टअप इकोसिस्टम परेशान हो रहा है। टेक्नोलॉजी क्षेत्र में छंटनी पर नजर रखने वाली वेबसाइट लेऑफ डाट एफवाईआई के हालिया डेटा के मुताबिक, इस साल तीन मई तक वैश्विक स्तर पर 80,230 कर्मचारियों की छंटनी हुई है।
आईटी, टेक और स्टार्टअप इकोसिस्टम में मंदी के कारण कैलेंडर वर्ष 2022 और 2023 के दौरान वैश्विक स्तर पर टेक्नोलॉजी कंपनियों ने 4.25 लाख कर्मचारियों की छंटनी की थी। रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष छंटनी करने वाली दिग्गज कंपनियों में गूगल और टेस्ला प्रमुख हैं।यह भी पढ़ें : Google Earning: फ्री में सर्विस देने के बाद भी गूगल करता है अरबों की कमाई, अनोखा है कंपनी का बिजनेस मॉडल
गूगल और टेस्ला में बड़े पैमाने पर छंटनी
दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत अपनी एक प्रमुख टीम से करीब 200 कर्मचारियों की छंटनी की है। वहीं, एलन मस्क के नेतृत्व वाली इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला ने हाल ही में पूरी चार्जिंग टीम से सैकड़ों लोगों को नौकरी से निकाला है। इससे पहले टेस्ला ने वैश्विक स्तर पर 10 प्रतिशत करीब 14 हजार कर्मचारियों की छंटनी की थी।
ओला में भी हो सकती है छंटनी
भारत की बात की जाए तो कैब सेवा प्रदाता कंपनी ओला कैब्स ने हाल में कारोबार पुनर्गठन प्रक्रिया शुरू की है। इससे करीब 10 प्रतिशत कर्मचारियों को छंटनी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, अमेरिका के उपभोक्ता अनुभव प्रबंधन प्लेटफार्म स्प्रिंकलर ने 116 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है।
वहीं, फिटनेस कंपनी पेलोटन ने इसी हफ्ते करीब 400 कर्मचारियों की छंटनी की है, जो कंपनी की कुल वर्कफोर्स का करीब 15 प्रतिशत हैं।यह भी पढ़ें : Yes Bank में इस अमेरिकी कंपनी ने बेच दी अपनी हिस्सेदारी, केवल 2 फीसद के लिए मिले 14 अरब से ज्यादा रुपये