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जरा सोच-समझ करें फोन पर बात, हर साल बढ़ेंगी कॉल दरें!

देश में मोबाइल कॉल दरें व अन्य सेवाएं सबसे सस्ते स्तर पर हैं। इनमें कमी की संभावना पूरी तरह से खत्म हो चुकी है और आगे उपभोक्ताओं को इससे ज्यादा ही कीमत चुकाने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन इंडिया के एमडी एवं सीईओ मार्टिन पीटर्स ने यह राय जताई है।

By Edited By: Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
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नई दिल्ली। देश में मोबाइल कॉल दरें व अन्य सेवाएं सबसे सस्ते स्तर पर हैं। इनमें कमी की संभावना पूरी तरह से खत्म हो चुकी है और आगे उपभोक्ताओं को इससे ज्यादा ही कीमत चुकाने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन इंडिया के एमडी एवं सीईओ मार्टिन पीटर्स ने यह राय जताई है।

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मार्टिन ने एक साक्षात्कार में कहा कि पिछले 18 सालों तक हमने कम दरें रखने की कोशिश की है। जबकि महंगाई दर आठ से नौ फीसद पर लगातार बनी हुई है। ऐसे में मोबाइल सेवाओं की मौजूदा कीमतों को बरकरार नहीं रखा जा सकता है। हमें हर साल लागत के हिसाब से टैरिफ में इजाफा करना पड़ेगा। ऐसा हर उद्योग में हो रहा है। टेलीकॉम सेक्टर भी अछूता नहीं रहेगा।

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वोडाफोन, आइडिया और एयरटेल ने 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा की दरों में 30 फीसद इजाफा कर चुकी हैं। पीटर्स ने आगे भी 2जी इंटरनेट दरों में इजाफे का संकेत दिया। वोडाफोन सीईओ ने कहा कि जब हमने 3जी नेटवर्क लॉन्च किया तो दरें 2जी के मुकाबले लगभग सात गुना ज्यादा थीं। अब यह डेढ़ गुना पर आ चुकी हैं। धीरे-धीरे बराबर हो जाएंगी। हालांकि, इसके लिए 3जी का रेट घटाने के बजाय 2जी का बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में सबसे सस्ती कॉल रेट भारत में ही हैं। इसके आसपास केवल एक ही देश है और वो है चीन। लेकिन चीन और भारत की स्थिति में बड़ा अंतर यह है कि चीन में केवल तीन ही टेलीकॉम ऑपरेटर्स हैं और काफी फायदे में हैं। उन्होंने पिछले साल टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर में 55 अरब डॉलर का निवेश किया है और हमने 5 अरब डॉलर का निवेश किया है।