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सप्लाई चेन में टेस्ला बढ़ा सकती है भारत की हिस्सेदारी, देश में ईवी यूनिट स्थापित करने के लिए है उत्सुक: पीयूष गोयल

दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला अपनी सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने की योजना बना रही है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि टेस्ला भारत में अपने ऑटो पार्ट्स की खरीद दोगुनी कर सकती है। टेस्ला वर्तमान में भारत से 1 बिलियन डॉलर मूल्य के पार्ट्स खरीद रही है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

By Jagran NewsEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 14 Nov 2023 10:30 PM (IST)
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गोयल अभी इंडो पैसेफिक इकोनामिक फोरम की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका गए हैं।

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन कार निर्माता कंपनी टेस्ला अपनी सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने जा रही है।

वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक टेस्ला भारत से की जाने वाली अपनी ऑटो कंपोनेंट्स की खरीदारी में दोगुनी बढ़ोतरी कर सकती है। अभी टेस्ला भारत से एक अरब डॉलर के कंपोनेंट्स की खरीदारी करती है। गोयल अभी इंडो पैसेफिक इकोनामिक फोरम की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका गए हैं।

भारतीय इंजीनियर्स टेस्ला में दे रहे हैं अहम योगदान

कैलिफोर्निया स्थित टेस्ला की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट के दौरे के बाद गोयल ने एक्स पर कहा कि भारतीय इंजीनियर्स और वित्तीय प्रोफेशनल्स टेस्ला में अपना अहम योगदान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा है कि टेस्ला अब पहले की तुलना में भारत से दोगुना कंपोनेंट्स का आयात करेगा। भारत का कंपोनेंट्स निर्यात लगातार बढ़ रहा है और यूरोप में मंदी के बावजूद गत वित्त वर्ष 2022-23 में ऑटो कंपोनेंट्स निर्यात 5.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 20.1 अरब डॉलर का रहा।

टेस्ला भारत में ईवी यूनिट स्थापित करने के लिए उत्सुक- गोयल

टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कार लगाने की यूनिट स्थापित करने के लिए बेहद उत्सुक है और गोयल के साथ इस मुद्दे पर भी अहम चर्चा होगी। पहले भी टेस्ला के मालिक एलन मस्क भारत में यूनिट लगाने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं, लेकिन वह सरकार से अतिरिक्त सब्सिडी की मांग कर रहे हैं।

इलेक्ट्रिक वाहन का क्षेत्र दुनिया में तेजी से उभर रहा है और टेस्ला की यूनिट की भारत में स्थापना से घरेलू स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण को बड़ा प्रोत्साहन मिल सकता है क्योंकि टेस्ला के आने पर इलेक्ट्रिक वाहन से संबंधित आइटम बनाने वाली कई कंपनियां भी भारत में आ जाएंगी।