Textile Sector करेगा बूम; अगले पांच साल का रोडमैप तैयार, 1.5 करोड़ लोगों को मिलेगा रोजगार
भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि के बाद सबसे महत्वपूर्ण योगदान वाला सेक्टर है टेक्सटाइल। इसने इकोनॉमी को बढ़ाने के साथ रोजगार पैदा करने में भी अहम भूमिका निभाई है। अब सरकार ने कपड़ा उद्योग के लिए 5 साल का रोडमैप बनाया है। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि भारत का घरेलू बाजार टेक्सटाइल सेक्टर के विकास में काफी मददगार है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। टेक्सटाइल मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि मंत्रालय ने गत 100 दिनों में अगले पांच साल का रोडमैप तैयार कर लिया है और उसके मुताबिक कार्य भी शुरू हो गया है। उन्होंने दावा किया कि 2030 तक वर्तमान में टेक्सटाइल सेक्टर के 165 अरब डॉलर के कारोबार को 350 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
वहीं, इस सेक्टर के प्रत्यक्ष रोजगार को वर्तमान के 4.5 करोड़ से बढ़ाकर छह करोड़ तक ले जाने का भी लक्ष्य है। 1.5 करोड़ नए रोजगार के सृजन के लिए मंत्रालय सिल्क के उत्पादन में बढ़ोतरी से लेकर टेक्निकल टेक्सटाइल, पीएम मित्रा पार्क, मैन मेड फाइबर, टेक्सटाइल स्टार्टअप जैसे सेक्टर पर फोकस कर रही है।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कहा कि भारत का घरेलू बाजार टेक्सटाइल सेक्टर के विकास में काफी मददगार है। हमारी आबादी लगातार बढ़ रही है और उन सबको कपड़े की जरूरत है। इसलिए हमें वियतनाम या बांग्लादेश जैसे देशों से कोई चुनौती नहीं है। दुनिया के 350 ब्रांड भारत से अपने कपड़े बनवाते हैं।
निर्यात में भी हो रहा इजाफा
निर्यात के प्रोत्साहन के लिए सरकार अगले साल फरवरी में भारत टेक्स जैसे कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है जिसमें 110 से अधिक देशों के 6000 से अधिक खरीदार आ रहे हैं। टेक्निकल टेक्सटाइल के प्रोत्साहन के लिए नेशनल टेक्सटाइल मिशन शुरू किया गया है। वर्ष 2014 में टेक्निकल टेक्सटाइल का निर्यात शून्य था जो अब 2.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।2030 तक टेक्निकल टेक्सटाइल के निर्यात को 10 अरब डॉलर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। टेक्निकल टेक्सटाइल से जुड़े 150 से अधिक प्रोजेक्ट पर रिसर्च चल रहा है और 11 स्टार्टअप को मंत्रालय की तरफ से फंड देने की मंजूरी दे दी गई है।