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35 रुपये किलो प्याज बेच रही सरकार, खरीदने के लिए क्या करना होगा?

पिछले कुछ समय से प्याज की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। सरकार ने प्याज की कीमतों को काबू में रखने के लिए प्याज की बिक्री शुरू की है। उसने प्याज के भाव को नियंत्रित रखने के लिए कुछ समय के लिए निर्यात पर प्रतिबंध भी लगाया था। सरकार खुद प्याज बेचकर बिचौलियों की मुनाफाखोरी बंद करना चाहती है ताकि उपभोक्ताओं को राहत मिले।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Thu, 05 Sep 2024 05:23 PM (IST)
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प्याज के साथ-साथ टमाटर और आलू के भाव में भी काफी समय से तेजी का रुख है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में सस्ती दरों पर प्याज बेचना शुरू कर दिया है। यह प्याज मोबाइल वैन और नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) की दुकानों से बिक रही है। यहां आप 35 रुपये किलो के हिसाब से प्याज खरीद सकते हैं।

सरकार प्याज क्यों बेच रही?

पिछले कुछ समय से प्याज की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। सरकार ने प्याज की कीमतों को काबू में रखने के लिए प्याज की बिक्री शुरू की है। उसने प्याज के भाव को नियंत्रित रखने के लिए कुछ समय के लिए निर्यात पर प्रतिबंध भी लगाया था। सरकार खुद प्याज बेचकर बिचौलियों की मुनाफाखोरी बंद करना चाहती है, ताकि उपभोक्ताओं को राहत मिले।

सस्ती प्याज कैसे बेची जा रही?

NCCF ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसानों से सीधे प्याज खरीदकर स्टॉक तैयार किया है। इससे सरकार को रियायती दरों पर प्याज बेचने की सहूलियत मिल पा रही है। उपभोक्ता मामले, खाद्य और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन मंत्री प्रल्हाद जोशी ने दिल्ली के कृषि भवन से प्याज बेचने की पहल की शुरुआत की। उपभोक्ता एनसीयूआई कॉम्प्लेक्स, राजीव चौक, पटेल चौक मेट्रो स्टेशन और नोएडा के कई प्वाइंट समेत कुल 38 जगहों पर प्याज खरीद सकते हैं।

टमाटर और आलू के दाम भी बढ़े

प्याज के साथ-साथ टमाटर और आलू के भाव में भी काफी समय से तेजी का रुख है। जून में इन सब्जियों का दाम 15 से 58 फीसदी तक बढ़ गया था। हालांकि, सरकार का कहना है कि यह मुश्किल कुछ ही वक्त के लिए रहेगी और जल्द ही आलू को छोड़कर बाकी सब्जियों का भाव काबू में आ जाएगा। पिछले महीने टमाटर के थोक भाव में 65.70 फीसदी, प्याज में 35.36 फीसदी और आलू में 17.57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

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