20.2 करोड़ से ज्यादा हुई MSME में काम करने वालों की संख्या, जानें डिटेल
MSME मंत्रालय के उद्यम पंजीकरण पोर्टल के अनुसार पिछले साल इसी समयावधि में इस तरह के उद्योगों में काम करने वालों की संख्या 12.1 करोड़ थी। वित्त मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में एक मासिक आर्थिक रिपोर्ट में यह बताया था कि जुलाई 2020 में सरकार द्वारा शुरू किए गए उद्यम पोर्टल के बाद से एमएसएमई क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों की संख्या में 5.3 गुना की वृद्धि हुई है।
आईएएनएस, नई दिल्ली। देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) में काम करने वालों की संख्या 20.2 करोड़ से ज्यादा हो गई है। एमएसएमई मंत्रालय के उद्यम पंजीकरण पोर्टल के अनुसार, पिछले साल इसी समयावधि में इस तरह के उद्योगों में काम करने वालों की संख्या 12.1 करोड़ थी।
इन उद्यमों में कार्यरत कुल श्रमिकों में 4.54 करोड़ महिला कर्मचारी हैं। वर्तमान में पोर्टल के तहत 4.68 करोड़ एमएसएमई पंजीकृत हैं, जिनमें से 4.6 करोड़ सूक्ष्म उद्यम हैं। यह रोजगार का बड़ा हिस्सा प्रदान करते हैं।
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MSME क्षेत्र श्रमिकों की संख्या में वृद्धि
वित्त मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में एक मासिक आर्थिक रिपोर्ट में यह बताया था कि जुलाई, 2020 में सरकार द्वारा शुरू किए गए उद्यम पोर्टल के बाद से एमएसएमई क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों की संख्या में 5.3 गुना की वृद्धि हुई है। एक सूक्ष्म उद्यम वह होता है, जिसमें संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश एक करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है और टर्नओवर पांच करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है।
छोटे उद्यम वह होते हैं, जिसमें संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश दस करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है और टर्नओवर पचास करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है। मध्यम उद्यम वह होते हैं, जिसमें संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश पचास करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है और टर्नओवर 250 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है।