भारतीय वित्तीय बाजार में बड़ी उथल-पुथल की संभावना नहीं, RBI Governor बोले- चौंका देंगे दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ें
विशेषज्ञों के मुताबिक इससे दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अरबों डालर का निवेश आने का प्लेटफार्म तैयार होगा। ऐसा होने पर भारत को अपने चालू खाते और राजकोषीय घाटे को वित्तपोषित करने में मदद मिलेगी। उन्होने एक कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि अर्थव्यवस्था में विकास की गति मजबूत बनी हुई है और दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ें सभी को चौंका देंगे।
By AgencyEdited By: Rammohan MishraUpdated: Tue, 31 Oct 2023 08:26 PM (IST)
एजेंसियां, नई दिल्ली। आरबीआइ गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि जेपी मार्गन बांड सूचकांक में देश के सरकारी बांडों को शामिल करने से भारतीय वित्तीय बाजार में किसी तरह की बड़ी उथल-पुथल होने की संभावना नहीं है। इसके अलावा उन्होने कहा है कि दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ें सभी को चौंका देंगे।
शक्तिकांत दास ने क्या कहा?
विशेषज्ञों के मुताबिक इससे दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अरबों डालर का निवेश आने का प्लेटफार्म तैयार होगा। ऐसा होने पर भारत को अपने चालू खाते और राजकोषीय घाटे को वित्तपोषित करने में मदद मिलेगी। समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक दास ने कहा है कि सबसे पहली बात तो यह है कि भारतीय अर्थव्यवस्था और यहां के वित्तीय बाजार में घरेलू और विदेशी लोगों का एक विश्वास है।यह भी पढ़ें- सितंबर में कोर सेक्टर ने दर्ज की 8.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी, वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय ने पेश किए आंकड़ेउन्होने कहा कि हम न केवल बड़े पैमाने पर विदेशी पूंजी आने के प्रवाह को संभाल सकते हैं बल्कि बड़े पैमाने पर जब विदेशी पूंजी देश से बाहर जाती है, तो उस स्थिति से भी हम निपट सकते हैं। ऐसे में मुझे नहीं लगता है कि अगर बाहरी कारणों के चलते बाजार गिरता है तो किसी तरह की उथल-पुथल देखने को मिलेगी। दास को लगता है कि आरबीआइ के पास इस तरह की स्थिति से निपटने की क्षमता है।