Rules Change from August 1: आज से बदल जाएंगे ये नियम, आम आदमी की जेब पर पड़ेगा असर
Rules Change from August 1 हर महीने की तरह एक अगस्त 2024 से भी कई वित्तीय नियमों में बदलाव होगा जिसका सीधा असर आपकी और हमारी जेब पर पड़ेगा। एक ओर जहां रसोई गैस सिलेंडर के दाम बदल जाएंगे तो वहीं देश भर में फास्टैग के लिए केवाईसी अनिवार्य हो जाएगी। वहीं एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियम भी बदल जाएंगे।
जेएनएन, नई दिल्ली । गुरुवार यानी एक अगस्त से फास्टैग और आयकर रिटर्न दाखिल करने सहित कई नियम बदलने जा रहे हैं। इसका सीधा असर आपके कामकाज पर पड़ेगा। जिन नियमों में बदलाव हो रहा है, उसमें गूगल मैप, फास्टैग और आईटीआर शामिल हैं। ऐसे में आपके लिए इन बदलाव को जानना जरूरी है, वरना आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
फास्टैग केवाईसी अनिवार्य होगा
एक अगस्त से देशभर में फास्टैग के नए नियम लागू हो रहे हैं। ऐसे में वाहन चालक के लिए एक अगस्त से फास्टैग केवाईसी अनिवार्य होगा। नए नियम के तहत तीन से पांच साल पुराने फास्टैग हैं, तो आपको केवाईसी अपडेट कराना होगा। वहीं पांच साल से ज्यादा पुराने फास्टैग को 31 अक्टूबर से पहले तक बदलना होगा।
आईटीआर दाखिल करने पर देनी होगी पेनाल्टी
बुधवार को आयकर रिटर्न दाखिल करने का आखिरी दिन था। अगर आप आईटीआर फाइल नहीं कर पाए हैं तो एक अगस्त, 2024 से जुर्माना देना होगा। नियम के मुताबिक पांच लाख से कम आमदनी वाले को एक अगस्त के बाद 1000 रुपये पेनाल्टी देनी होगी। साथ ही 5,000 रुपये तक जुर्माना देना पड़ सकता है।
एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड के नियम में बदलाव
एचडीएफसी ने अपने क्रेडिट कार्ड के नियमों में एक अगस्त से बदलाव करने का एलान किया है। अब एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड के जरिये पेमेंट करने से लेकर क्रेड, चेक, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज जैसे थर्ड पार्टी एप के इस्तेमाल करने पर आपको ट्रांजेक्शन राशि पर एक प्रतिशत देना होगा। इसकी सीमा 3000 रुपये तक की तय की गई है। वहीं, 15000 रुपये से अधिक के फ्यूल ट्रांजेक्शन पर आपको एक प्रतिशत सर्विस चार्ज देना होगा। टाटा न्यू इनफिनिटी और टाटा न्यू प्लस क्रेडिट कार्ड के नियम में भी बदलाव किया है।गूगल मैप की सेवाएं हुईं सस्ती
गूगल मैप की तरफ से बिलिंग पॉलिसी में बदलाव किया गया है, जो 1 अगस्त 2024 से लागू हो रहा है। नए बदलाव के बाद गूगल मैप की तरफ से भारतीयों के लिए लगने वाले चार्ज में 70 फीसद की कटौती की गई है। इतना ही नहीं, गूगल मैप ने अपनी फीस को डॉलर की जगह में भारतीय रुपये में लेने का वादा किया है। गूगल मैप की फीस में कटौती का असर आम यूजर्स पर देखने को नहीं मिलेगा। यह उन यूजर्स पर लगेगा, जो बिजनेस के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं। गूगल 1 अगस्त से पहले तक भारत में नेविगेशन के लिए चार से पांच डालर प्रति महीने फीस लेता था। हालांकि अब एक अगस्त, 2004 के बाद इसे कम करके 0.38 से लेकर 1.50 डॉलर कर दिया गया है।