Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Personal Loan लेते वक्त इन 3 बातों का रखें ध्यान, नहीं तो हो जाएंगे जालसाजी के शिकार

कई बार अचानक वित्तीय संकट आने से पर्सनल लोन लेना जरूरी हो जाता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और आप दूसरे पैमानों पर खरे उतरते हैं तो आपको जल्दी पर्सनल लोन मिल सकता है। लेकिन पर्सनल लोन लेते कुछ बातों का ध्यान रखना निहायत जरूरी है नहीं तो आप फ्रॉड का शिकार भी हो सकते हैं। खासकर आपको इंस्टैंट पर्सनल लोन देने वाले ऐप से बचना चाहिए।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 10 Sep 2024 04:00 PM (IST)
Hero Image
कई बार लोग ऐप स्टोर पर डाउनलोड की संख्या के आधार पर ऐप की विश्वसनीयता का पता लगाते हैं।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कई बार हमें अचानक से पैसों की जरूरत पड़ जाती है। अगर आपके पास इमरजेंसी फंड की व्यवस्था नहीं है, तो आपको मजबूरी में पर्सनल लोन लेना पड़ सकता है। पर्सनल लोन हमेशा बैंकों से ही लेना चाहिए। हालांकि, NBFC यानी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां और फिनटेक कंपनियां भी पर्सनल लोन देती हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार कहीं से भी कर्ज ले सकते हैं, लेकिन आपको कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है।

RBI के साथ रजिस्टर संस्थान से ही लें लोन

अगर आपको बैंक से पर्सनल लोन नहीं मिल रहा और किसी फिनटेक कंपनी से कर्ज ले रहे हैं, तो यह जरूर जांच लें कि वह संस्था रिजर्व बैंक के साथ रजिस्टर्ड है या नहीं। अगर संस्था आरबीआई से रजिस्टर्ड नहीं है, तो उससे हरगिज लोन न लें। साथ ही, वित्तीय संस्थान की कस्टमर सर्विस के बारे में भी पता कर लें। कई बार कर्ज लेने के बाद कुछ दिक्कतें होती हैं। अगर कस्टमर केयर सर्विस नहीं होगी, तो आपकों अपनी उलझनों का सही समाधान नहीं मिल पाएगा।

डाउनलोड वाले खेल के जाल में न फंसें

कई बार लोग ऐप स्टोर पर डाउनलोड की संख्या के आधार पर ऐप की विश्वसनीयता का पता लगाते हैं। लेकिन, यह जरूरी नहीं कि ज्यादा डाउनलोड होने वाले ऐप की सर्विस भी बेहतर हो। आपको हमेशा सर्विस क्वालिटी के आधार पर फिनटेक ऐप चुनना। साथ ही, आपको फर्जी लोन ऐप से भी सावधान रहना चाहिए। ये ऐप इंस्टैंट लोन देने के नाम पर यूजर की निजी जानकारियां ले लेते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं।

ब्याज दरों और लोन अवधि का रखें ध्यान

पर्सनल लोन पर अमूमन ब्याज दर काफी ज्यादा होती है, क्योंकि यह अनसिक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आता है। इसका मतलब कि आपको कोई चीज गिरवी नहीं रखना होता। यही वजह है कि बैंक इस पर अधिक ब्याज दर लेते हैं। ऐसे में आपको बैंक और NBFC के बीच ब्याज दरों की तुलना करनी चाहिए। लोन प्रोसेसिंग फीस जैसे चार्ज का भी ध्यान रखना चाहिए। लोन की अवधि को ध्यान में रखें और अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार चुनें।

यह भी पढ़ें : Fixed vs Floating Rate: Home Loan लेने से पहले समझें दोनों के अंतर, फायदे-नुकसान जानने के बाद लें फैसला