Move to Jagran APP

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा- उद्योग और सेवा क्षेत्र में अच्छी रहेगी ग्रोथ, कृषि में दिखेगा अनियमित मानसून का असर

मौजूदा वित्त वर्ष में भारत के अच्छी रफ्तार से तरक्की करने की संभावना है। मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी अनंत नागेश्वरन के अनुसार भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि आठ प्रतिशत के करीब होगी। उन्होंने कहा कि घरेलू खपत कुछ समय के लिए विकास को गति देगी और आगे चलकर ग्रामीण और शहरी खपत के बीच का अंतर भी कम हो जाएगा। आइए जानते हैं भारत के विकास का पूरा अनुमान।

By Agency Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 12 Mar 2024 08:14 PM (IST)
Hero Image
सांख्यिकी मंत्रालय ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए विकास दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी अनंत नागेश्वरन ने मंगलवार को कहा कि उद्योग और सेवा क्षेत्र में उच्च गतिविधि के कारण मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि आठ प्रतिशत के करीब होगी।

एसोसिएशन ऑफ रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (ARIA) द्वारा आयोजित एक सम्मेलन को वर्चुअल तौर पर संबोधित करते हुए नागेश्वरन ने कहा कि विकास दर सांख्यिकी मंत्रालय के 7.6 प्रतिशत के अनुमान से अधिक होगी और निकट अवधि में इस संबंध में आशावादी होने की कई वजह हैं।

नागेश्वर ने कहा, 'अगर चौथी तिमाही की विकास दर में बहुत गिरावट नहीं आती है तो पूर्व तीन तिमाहियों की तेजी को देखते हुए विकास दर आठ प्रतिशत के करीब रहेगी।' उन्होंने विकास दर का संभावित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बिना रुके और बिना थके काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

यह भी पढ़ें : यूक्रेन युद्ध से ग्लोबल सप्लाई चेन प्रभावित हुई, इसका भारत के निर्यात पर कैसा रहेगा असर?

उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024 के लिए उद्योग और सेवाओं में वृद्धि देखी जा रही है जबकि अनियमित मानसून के चलते कृषि पिछड़ी दिखाई दे रही है। इसका असर गर्मी की फसलों पर दिखेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सर्दियों की फसल की बुआई अधिक अधिक होने और सामान्य मानसून की संभावना कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है।

वैश्विक विकास में सुस्ती की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इस सदी के पहले दशक के विपरीत निर्यात विकास का बड़ा चालक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि घरेलू खपत कुछ समय के लिए विकास को गति देगी और आगे चलकर ग्रामीण और शहरी खपत के बीच का अंतर भी कम हो जाएगा।

यह भी सुनें या पढ़ें : Retail Inflation Data: महंगाई के मोर्चे पर मामूली राहत, फरवरी में घटकर 5.09 पर आया CPI