टॉप-10 कंपनियों में से 6 ने मार्केट कैप में जोडे़ 1.13 लाख करोड़, रिलायंस और HUL को हुआ सबसे ज्यादा फायदा
Share Market पिछले हफ्ते शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर था। पिछले कारोबारी हफ्ते 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से 6 कंपनियों का टोटल एम-कैप 1.13 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। आइए जानते हैं इस हफ्ते बाजार में टॉप-10 फर्म कौन से हैं?
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Sun, 18 Jun 2023 12:03 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Stock Market Investors Wealth: 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह का कुल बाजार मूल्यांकन पिछले हफ्ते 1,13,703.82 करोड़ रुपये है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे हिट रही है। आइए जानते हैं कि इस हफ्ते कौन-से टॉप-10 फर्म में शामिल है?
पिछले हफ्ते बीएसई बेंचमार्क 758.95 अंक या 1.21 प्रतिशत उछल गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक शुक्रवार को 466.95 अंक या 0.74 प्रतिशत चढ़कर रिकॉर्ड ऊंचाई 63,384.58 पर बंद हुआ।
पिछले हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, आईटीसी, इंफोसिस, एचडीएफसी और भारती एयरटेल के शेयरों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। जबकि, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को पिछले सप्ताह अपने बाजार मूल्यांकन से गिरावट का सामना करना पड़ा।
टॉप-10 फर्मों की मूल्यांकन
इस कारोबारी सप्ताह के खत्म होने पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटलाइजेशन 63,259.05 करोड़ रुपये बढ़कर 17,42,415.47 करोड़ रुपये पर आ गया। ये टॉप-10 फर्मों में सबसे टॉप-1 में शामिल है। हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 18,737.99 करोड़ रुपये चढ़कर 6,38,019.76 करोड़ रुपये और इंफोसिस का 11,059.41 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 5,36,433.55 करोड़ रुपये रह गया। आईटीसी का मूल्यांकन 18,331.32 करोड़ रुपये बढ़कर 5,63,237.76 करोड़ रुपये हो गया है।
भारती एयरटेल का एमकैप 2,016.08 करोड़ रुपये बढ़कर 4,66,412.79 करोड़ रुपये और एचडीएफसी का 299.97 करोड़ रुपये बढ़कर 4,89,496.34 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 12,879.86 करोड़ रुपये घटकर 11,61,840.29 करोड़ रुपये और भारतीय स्टेट बैंक का 6,514.97 करोड़ रुपये घटकर 5,09,863.08 करोड़ रुपये रह गया।
एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 4,722.95 करोड़ रुपये घटकर 8,95,458.57 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 1,882.67 करोड़ रुपये कम होकर 6,53,980.16 करोड़ रुपये रह गया।