SMS के जरिए होने वाले फर्जीवाड़े पर लगाम कसने की तैयारी, TRAI ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को दिए ये निर्देश
TRAI ने कहा कि वह अगले दो सप्ताह में इसकी समीक्षा करेगा और जरूरत पड़ने पर हम उपयुक्त निर्देश भी जारी कर सकते हैं। ट्राई ने देखा है कि कुछ पीई ने बड़ी संख्या में हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट पंजीकृत किए हैं। (फाइल फोटो)।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Thu, 25 May 2023 08:02 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने कहा है कि बैंकों, वित्तीय संस्थानों और ऐसी अन्य सभी प्रमुख संस्थाओं को मैसेज हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट को जल्द से जल्द सत्यापित कराने के लिए कहा है। दरअसल, दूरसंचार नियामक उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए आपत्तिजनक संदेशों पर कार्रवाई करने के अपने अभियान के साथ आगे बढ़ रहा है।
इसके चलते ट्राई ने चेतावनी दी है कि प्रमुख संस्थाओं (पीई) की ओर से हेडर और सामग्री टेम्प्लेट का पुनर्सत्यापन प्राप्त करने में किसी भी देरी के परिणामस्वरूप उनके हेडर, सामग्री टेम्पलेट और संदेश को बंद किया जा सकता है। क्या है पूरी खबर, आइए जान लेते हैं।
TRAI ने वित्तीय संस्थाओं को चेताया
TRAI ने कहा कि वह अगले दो सप्ताह में इसकी समीक्षा करेगा और जरूरत पड़ने पर हम उपयुक्त निर्देश भी जारी कर सकते हैं। ट्राई ने एक बयान में कहा, "इसलिए, सभी पीई को हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट के सत्यापन की प्रक्रिया तुरंत पूरी करनी चाहिए।" संस्थाएं जैसे कि बैंक, अन्य वित्तीय संस्थान, बीमा कंपनियां, व्यापारिक कंपनियां, व्यापारिक संस्थाएं आदि एसएमएस के माध्यम से दूरसंचार ग्राहकों को कॉमर्शियल मैसेज भेजती हैं, और इन संस्थाओं को ट्राई के नियमों में प्रमुख संस्थाओं (पीई) के रूप में संदर्भित किया जाता है।
हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट का हो सकता है दुरुपयोग
ट्राई ने देखा है कि कुछ पीई ने बड़ी संख्या में हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट पंजीकृत किए हैं और कई बार इनमें से कुछ को टेलीमार्केटर्स द्वारा दुरुपयोग किया जाता है। इसे रोकने के लिए, ट्राई ने 16 फरवरी, 2023 को डीएलटी (डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी) प्लेटफॉर्म पर सभी पंजीकृत हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट के पुनर्सत्यापन का निर्देश दिया था और सभी असत्यापित हेडर और मैसेज टेम्प्लेट को क्रमशः 30 और 60 दिनों के भीतर ब्लॉक कर दिया था।
आपको बता दें कि फरवरी 2023 में, TRAI ने RBI, SEBI, NHA और सभी केंद्र / राज्य सरकार के विभागों को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वे अपने दायरे में आने वाले विभिन्न संस्थानों और विभागों को संवेदनशील बनाएं, जो यह सुनिश्चित करने के लिए अपने स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई के बारे में बल्क एसएमएस भेजते हैं।