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कैश ऑन डिलीवरी नहीं, इस तरीके से पेमेंट करना ज्यादा पसंद कर रहे ऑनलाइन खरीदार

भारत में 2018 के दौरान सिर्फ 20.4 फीसदी लोग यूपीआई या फिर क्रेडिट कार्ड जैसे वैकल्पिक तरीकों से पेमेंट करते थे। लेकिन 2023 में यह संख्या बढ़कर 58 फीसदी से अधिक हो गई। भारत के साथ ही यह ट्रेंड उन एशियाई देशों में भी देखा जा रहा है जहां नकदी का चलन ज्यादा है। आइए जानते हैं कि किस वजह से कैश ऑन डिलीवरी का चलन घट रहा है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 17 Jun 2024 06:15 PM (IST)
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यूपीआई, डेबिट कार्ड और क्रेडिट का चलन काफी बढ़ा है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारत में डिजिटलाइजेशन की शुरुआत के बाद पेमेंट के तरीके में बड़ा बदलाव आया है। अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खरीदारी के बाद कैश ऑन डिलीवरी (COD) करने वालों की तादाद काफी घट गई है।

डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडेटा की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2018 के दौरान सिर्फ 20.4 फीसदी लोग वैकल्पिक तरीकों से पेमेंट करते थे। लेकिन, 2023 में यह संख्या बढ़कर 58 फीसदी से अधिक हो गई।

अगर पारंपरिक नकदी के अलावा पेमेंट के अन्य विकल्पों की बात करें, तो यूपीआई, डेबिट कार्ड और क्रेडिट का चलन काफी बढ़ा है। खासकर, यूपीआई से ग्रामीण इलाकों में ज्यादा लोग ई-कॉमर्स खरीदारी का भुगतान कर रहे हैं, क्योंकि यह सबसे आसान है।

यूपीआई का अहम योगदान

ग्लोबल डेटा की रिपोर्ट के मुताबिक, 'यूजर ज्यादातर इस्तेमाल मोबाइल वॉलेट का कर रहे हैं, जो काफी हद तक यूपीआई के जरिए चलता है। यह क्यूआर कोड को स्कैन करके रियल टाइम में मोबाइल से पेमेंट की सहूलियत देता है। ऐसे वैकल्पिक भुगतान चीन और भारत जैसे देशों में काफी लोकप्रिय हैं और एशिया पैसिफिक के अन्य देशों में भी इसे अपनाया जा रहा है।'

फिलहाल ईकॉमर्स खरीदारी का भुगतान वैकल्पिक तरीकों से करने के मामले में चीन सबसे आगे है। पिछले साल एशिया पैसिफिक रीजन में कुल ईकॉमर्स भुगतान का करीब दो-तिहाई हिस्सा चीन के पास था। भारत में 2018 के बाद वैकल्पिक तरीके से पेमेंट काफी बढ़ा है। फिलीपींस, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों में भी यही चलन है, जो अमूमन ज्यादा नकदी वाले देश माने जाते हैं।

कैश ऑन डिलीवरी का घटता चलन

ग्लोबलडेटा में बैंकिंग और पेमेंट की सीनियर एनालिस्ट शिवानी गुप्ता ने कहा, 'अधिकाशं एशियाई बाजार पारंपरिक रूप से नकदी खर्च करना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन, अब ऑनलाइन खरीदारी के साथ ही माल या स्टोर जैसी फिजिकल शॉपिंग में भी वैकल्पिक तरीके से पेमेंट करने का चलन बढ़ रहा है। यहां पर कई एशियाई मुल्क पश्चिमी देशों से भी आगे निकल रहे हैं। इसकी बड़ी वजह स्मार्टफोन और इंटरनेट की आसान पहुंच और क्यूआर कोड का तेज प्रसार है।'

एक्सपर्ट का मानना है कि अब लोग घर पर अधिक कैश रखना पसंद नहीं करते। वे कैश लेकर शॉपिंग के लिए जाने से भी बचने की कोशिश करते हैं। यही वजह है कि कैश ऑन डिलीवरी का चलन घट रहा है और लोग वैकल्पिक तरीके से पेमेंट करना अधिक पसंद कर रहे हैं।

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