फेस्टिव सीजन में हवाई सफर महंगा होने पर केंद्र ने जताई चिंता, क्या यात्रियों को मिलेगी राहत?
फेस्टिव सीजन में बहुत से लोग अपने घर जाना चाहते हैं ताकि परिवार के साथ त्योहार मना सके। इस दौरान ट्रेन के साथ एयरलाइंस के टिकटों की डिमांड काफी बढ़ जाती है। चूंकि ट्रेनें सरकार चलाती है तो उनके किराये में डिमांड के हिसाब से इजाफा नहीं होता। लेकिन विमानन कंपनियां डिमांड बढ़ने के साथ हवाई सफर महंगा कर देती हैं। ऐसे में सरकार को दखल देना पड़ा है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। त्योहारी सीजन (Festive Season) के दौरान विमानन कंपनियां अक्सर टिकट महंगा कर देती हैं। चूंकि, फेस्टिव सीजन में बहुत से लोग घर जाना चाहते हैं, ऐसे में टिकटों की डिमांड काफी बढ़ जाती है। इसका फायदा उठाने के लिए एयरलाइंस हवाई किराये का दाम बढ़ा देती हैं।
ट्रैवल पोर्टल इक्सिगो के एक एनालिसिस के मुताबिक, विमानन कंपनियां कई बिजी रूट पर किराया 20 से 25 फीसदी तक बढ़ा भी चुकी हैं। हालांकि, अब हवाई किराये में अधिक इजाफा होने के आसार नहीं हैं। दरअसल, सरकार कहना है कि वह 'स्थिति पर नजर' रखे हुए है, ताकि कंपनियां मनमाना किराया न वसूल सकें।
हम सभी विमानन कंपनियों की टिकट कीमतों पर नजर रख रहे हैं। उन्हें पहले ही बता दिया गया है कि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। त्योहारी सीजन में हर कोई घर जाना चाहता है, इसलिए टिकट का दाम बहुत अधिक नहीं बढ़ाया जाना चाहिए, ताकि यात्रियों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़े।
राम मोहन नायडू, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री
फेस्टिव में महंगा हो जाता है हवाई किराया
छुट्टियों के मौसम में हवाई टिकट की मांग अक्सर बढ़ जाती है। इससे टिकट प्राइस में भी बड़ा उछाल देखने को मिलता है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस पर बात करते हुए कहा, "हमारा मंत्रालय पहले से ही देश के उन सभी मार्गों की टिकट दरों पर नजर रख रहा है, जहां फेस्टिव सीजन के दौरान अधिक तादाद में लोग सफर करते हैं। हम किसी भी एयरलाइन को टिकट की वही कीमत रखने के लिए मजबूर नहीं करेंगे। लेकिन, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि कोई विमानन कंपनी मनमाना किराया न वसूल पाए।"
2035 तक भारत सबसे बड़ा विमानन बाजार
राम मोहन नायडू ने हवाई किराये पर यह टिप्पणी इंडिया रीजनल एयर मोबिलिटी कॉन्फ्रेंस के दौरान की। वहां उन्होंने भारतीय विमानन के भविष्य के लिए सरकार की योजनाओं का खाका पेश किया। सरकार भारत को ग्लोबल एविएशन हब बनाने की कोशिश कर री है। घरेलू विमानन कंपनियों पहले ही 1,200 से अधिक नए विमानों का ऑर्डर देकर इस दिशा में कदम बढ़ा चुकी हैं।नायडू ने कहा, "2035 तक भारत दुनिया का सबसे बड़ा विमानन बाजार होगा। हम अगले 10-20 वर्षों में 350-400 नए हवाई अड्डे बनाने वाले है, ताकि उड़ान में किसी तरह की समस्या न हो। इसके लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है।"
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