20 साल में पहली बार लोकसभा चुनाव के बीच मई में आईपीओ ला रही कंपनियां, जानिए कैसे बदला ट्रेंड
इस सप्ताह तीन कंपनियां 6400 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लाएंगी। इनमें आधार हाउसिंग फाइनेंस इंडिजेन और यात्रा क्षेत्र से जुड़ी कंपनी टीबीओ टेक शामिल हैं। इससे पहले जेएनके इंडिया ने पिछले महीने आईपीओ से 650 करोड़ रुपये जुटाए थे। साल 2004 के बाद से पिछले चार आम चुनाव में मई के दौरान एक भी आईपीओ पेश नहीं हुआ है। आइए जानते हैं कि इसकी वजह क्या है।
पीटीआई, नई दिल्ली। इस सप्ताह तीन कंपनियां 6,400 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाएंगी। जो कंपनियां आईपीओ लाएंगी, उसमें ब्लैकस्टोन समर्थित आधार हाउसिंग फाइनेंस, चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनी इंडिजेन और यात्रा क्षेत्र से जुड़ी कंपनी टीबीओ टेक है। इससे पहले, जेएनके इंडिया ने पिछले महीने आइपीओ से 650 करोड़ रुपये जुटाए थे।
लोकसभा चुनाव के बीच आईपीओ
पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक महावीर लुनावत ने कहा कि साल 2004 के बाद से पिछले चार आम चुनाव में मई के दौरान एक भी आईपीओ पेश नहीं हुआ है। आमतौर पर, इन वर्षों के दौरान अप्रैल से जून की अवधि चुनावी अनिश्चितता के कारण प्राथमिक बाजारों के लिए धीमी रही है। हालांकि, यह प्रवृत्ति अब अगले सप्ताह तीन आईपीओ आने के साथ बदल गई है।
आनंद राठी एडवाइजर्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) समीर बहल ने कहा कि नया चलन एक सकारात्मक संकेत है जो भारतीय पूंजी बाजार के परिपक्व होने और राजनीतिक घटनाक्रमों के बावजूद भारत की दीर्घकालिक वृद्धि गाथा में विश्वास का संकेत देता है।
इंडिजेन का तीन दिन का आइपीओ छह मई को, जबकि आधार हाउसिंग फाइनेंस और टीबीओ टेक का आइपीओ आठ मई को खुलेगा। तीनों कंपनियों के कुल 6,393 करोड़ रुपये के आईपीओ में से 4,233 करोड़ रुपये बिक्री पेशकश (ओएफएस) के माध्यम से जुटाए जाएंगे।