IPO आया नहीं पर आपके पास होगा शेयर, आप भी लिस्टिंग से पहले कर सकते हैं प्री-आईपीओ में निवेश
IPO आज के समय में स्टॉक के साथ निवेशकों की दिलचस्पी आईपीओ को लेकर भी काफी है। निवेशक आईपीओ में निवेश करते हैं पर जब उन्हें शेयर अलॉट नहीं होता है तो उनक हाथ निराश लगती है। अगर आप भी किसी कंपनी का शेयर लेना चाहते हैं पर आईपीओ अलॉटमेंट न होनेका डर है तो आप शेयर बाजार में लिस्टिंग से पहले भी आईपीओ खरीद सकते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। स्टॉक मार्केट (Share Market) में आईपीओ को लेकर काफी क्रेज देखने को मिल रहा है। इस हफ्ते भी कई आईपीओ की लिस्टिंग होगा और कई कंपनियों के आईपीओ निवेश के लिए ओपन होंगे। ऐसे में कई बार निवेशक आईपीओ में निवेश करते हैं पर जब उन्हें शेयर अलॉट नहीं होता है तो उनके हाथ निराश लगती है।
ऐसे में अब आप चाहें तो आईपीओ की लिस्टिंग से पहले शेयर खरीद सकते हैं। आप ऐसा प्री-आईपीओ (Pre-IPO) के जरिये कर सकते हैं। हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।
क्या होता है प्री-आईपीओ? (What is Pre-IPO)
शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने से पहले शेयर खरीदने का एक तरीका होता है प्री-आईपीओ। यह ऑप्शन वैसे तो संस्थागत निवेशकों, वेंचर कैपिटलिस्ट या हाई-नेट-वर्थ वाले लोगों के लिए होता है। प्री-आईपीओ के जरिये निवेश करके आप कम कीमत पर कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं। हालांकि, यह काफी जोखिम भरा होता है।
दरअसल, जो कंपनियां लिस्ट नहीं होता है उसमें लिक्विडिटी कम होती है। इसमें कंपनी के वैल्यूएशन की जानकारी नहीं होती है और न ही ये कंफर्म होता है कि शेयर की लिस्टिंग होगी या नहीं। इसके अलावा भविष्य में इसकी कीमत बढ़ेगी या नहीं इसको लेकर भी कोई अंदाजा नहीं होता है।
कैसे खरीद सकते हैं शेयर
आप कई तरीके से कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं। आइए, जानते हैं-
- आप ब्रोकरेज फर्म से आसानी से नॉन-लिस्टेड कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको बाजार नियामक सेबी (SEBI) के रजिस्टर्ड ब्रोकर से डील करना चाहिए।
- अगर कोई कंपनी के कर्मचारी या निवेशक कंपनी के शेयर लिस्ट होने से पहले बेचना चाहते हैं तो आप वह शेयर खरीद सकते हैं। इसमें आपको शेयर की खरीद की डील दलाल के जरिये पर्सनल डील की जाती है।
- आज के समय में कई इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म हैं। इन इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म के जरिये भी आप प्री-आईपीओ के माध्यम से निवेश कर सकते हैं। इन प्लेटफॉर्म में निवेस का मौका तो मिलता है पर यह काफी जोखिम भरा होता है।
- निवेशक चाहें तो उन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से शेयर खरीद सकते हैं जहां गैर-लिस्टेड शेयर उपलब्ध हैं। इन प्लेटफॉम में कंपनियों के सभी डेटा मौजूद होते हैं जिसके जरिये निवेशक सही फैसला ले सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- गैर-लिस्टेड शेयर खरीदने पर कई तरह के टैक्स लगते हैं। आपको शेयर की खरीद से पहले टैक्स पॉलिसी की जानकारी होनी चाहिए।
- कई बार डिमांड घटने या बढ़ने के कारण शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव आता है। ऐसे में निवेश से पहले कंपनी की ग्रोथ और परफॉर्मेंस के बारे में सही से जान लें।
- नॉन-लिस्टेड शेयर में लिस्टिड शेयर की तुलना में ज्यादा रिस्क होता है। इसके अलावा इसमें शेयर की लिस्टिंग को लेकर भी कोई गारंटी नहीं होती है।