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UPI Autopay फीचर के इस्‍तेमाल में कहीं हो न जाएं फ्रॉड के शिकार, बचने के लिए इन बातों का रखें ख्‍याल

UPI Fraud यूपीआई (UPI) के आ जाने से ऑनलाइन पेमेंट करना बहुत आसान हो गया है। अब चंद मिनटों में लाखों की पेमेंट की जा सकती है। लेकिन यूपीआई से ऑनलाइन फ्रॉड होने का खतरा बना रहता है। अब यूपीआई ऑटोपे (UPI Autopay) के जरिये भी फ्रॉड हो रहे है। हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि यूपीआई ऑटोपे फ्रॉड कैसे होता है और इससे कैसे बचें।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Tue, 20 Aug 2024 06:00 PM (IST)
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UPI Fraud: यूपीआई ऑटोपे फ्रॉड से बचें

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आज यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ने पेमेंट को काफी आसान कर दिया है। अब 1 रुपये से लेकर लाखों रुपये तक की पेमेंट आसानी से यूपीआई के माध्यम से की जा सकती है। यूपीआई की सफलता इस बात से साबित हो रही है कि रेहड़ी-पटरी वाले से लेकर रिक्सा चालक भी यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं।

भारत में रोजाना करोड़ों रुपया का यूपीआई ट्रांजैक्शन होता हैं। यूपीआई यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। जहां एक तरफ यूपीआई ने ऑनलाइन पेमेंट को आसान कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ इससे फ्रॉड होने का खतरा बना रहता है।

यूपीआई के ऑटोपे (UPI Autopay) फीचर से भी फ्रॉड हो रहे हैं। जी हां, हम आपको बताएंगे कि इस फीचर के जरिये कैसे फ्रॉड हो रहे हैं।

कैसे होता है UPI Autopay फ्रॉड

यूपीआई ऑटोपे में आप अनजान यूपीआई कलेक्ट मनी या ऑटोपे के रिक्वेस्ट को मंजूरी दे देते हैं। इसे ऐसे समझिए कि आपने ओटीटी प्लेटफॉर्म का सब्सक्रिप्शन लिया है। अब एक दिन आपको सब्सक्रिप्शन पेमेंट का रिक्वेस्ट आएगा। आप पेमेंट कर देते हैं, जबकि ये फेक पेमेंट रिक्वेस्ट है।

यूपीआई ऑटोपे में जालसाज एक फेक पेमेंट रिक्वेस्ट शेयर करते हैं जो रियल रिक्वेस्ट लगता है। आपको इस बात का ध्या जरूर रखना चाहिए कि यह रिक्वेस्ट रियल है पर इसे जनरेट करने वाला व्यक्ति फ्रॉड है। यूपीआई ऑटोपे में आप रियल रिक्वेस्ट और धोखाधड़ी वाले रिक्वेस्ट के बीच के अंतर को समझ नहीं पाते हैं।

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UPI Autopay फ्रॉड से कैसे बचें

इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप बैंक अकाउंट को यूपीआई आईडी से डायरेक्ट लिंक नहीं करना चाहिए। यूपीआई फ्रॉड से बचने के लिए वॉलेट का ज्यादा इस्तेमाल करें ताकि बड़े धोखाधड़ी से आप बचें।

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