न्यूजीलैंड में जल्द शुरू होगा UPI, व्यापार को बढ़ावा देने के लिए दोनों देश कर रहे बातचीत
UPI Payment भारत का यूपीआई कई देशों में इस्तेमाल हो रहा है। न्यूजीलैंड में यूपीआई पहुंच जाए इसको लेकर आज देश के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और न्यूजीलैंड के व्यापार एवं निर्यात विकास मंत्री डेमियन ओकॉनर के बीच बातचीत हुई है। यूपीआई के अलावा दोनों देशों के बीच कई और मुद्दों पर भी बातचीत हुई है। (जागरण फाइल फोटो)
By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Tue, 29 Aug 2023 06:03 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। देश के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड देशों के बीच व्यापार और पर्यटन को आसानी से बढ़ावा देने के लिए दोनों देश यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को शुरू करने पर चर्चा कर रहे हैं। इसी के साथ न्यूजीलैंड ने लकड़ी (wooden logs) के आयात की अनुमति देने के तरीकों पर भी विचार कर रही है।
देश के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) और न्यूजीलैंड के व्यापार एवं निर्यात विकास मंत्री डेमियन ओ'कॉनर (Damien O'Connor) के बीच बैठक के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा हुई है।
मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मंत्रियों ने यूपीआई पेमेंट के संबंध में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) और पेमेंट्स एनजेड के बीच चर्चा की। इसी के साथ उन्होंने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श भी किया है। वे इस बात पर सहमत हुए कि न्यूजीलैंड में यूपीआई की शुरुआत से दोनों देशों के बीच व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा होगा।
इसके अलावा हाल में ही भारत ने हाल ही में न्यूजीलैंड को आम का निर्यात करना शुरू कर दिया है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच किन मुद्दों पर हुई चर्चा
दोनों देशों के बीच कीवी फल सहित कृषि और बागवानी के क्षेत्र में नई तकनीक को लेकर के भी चर्चा हुई है। दोनों मंत्रियों के बीच हवाई संपर्क में सुधार लाने जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई है। दोनों देशों के बीच में हवाई समझौता हो सकता है।
आपको बता दें कि न्यूजीलैंड में भारतीय छात्रों की संख्या अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। भारत न्यूजीलैंड में मुख्य रूप से लकड़ियाँ, लकड़ी का गूदा, ऊन और खाद्य फल और मेवे आयात करता है। वहीं, फार्मास्यूटिकल्स, कीमती धातुएं और रत्न, कपड़ा और मोटर वाहन और गैर-बुना हुआ परिधान का निर्यात होता है।इसके अलावा कई भारतीय आईटी कंपनियां न्यूजीलैंड में मौजूद हैं। बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और न्यू इंडिया एश्योरेंस न्यूजीलैंड में वाणिज्यिक परिचालन है।