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महंगाई से निपटने के लिए अमेरिका ने उठाया कदम, फेडरल रिजर्व ने बढ़ाई ब्याज दर

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को 2018 के बाद पहली बार ब्याज दरें बढ़ाईं हैं। यूएस सेंट्रल बैंक की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने मौद्रिक नीति को कड़ा करते हुए टारगेट फेडरल फंड्स रेट में एक चौथाई प्रतिशत (0.25 फीसदी) या 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की।

By Lakshya KumarEdited By: Updated: Thu, 17 Mar 2022 10:57 AM (IST)
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महंगाई से निपटने के लिए अमेरिका ने उठाया कदम, फेडरल रिजर्व ने बढ़ाई ब्याज दर
वॉशिंगटन, रॉयटर्स। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को 2018 के बाद पहली बार ब्याज दरें बढ़ाईं और कोरोना वायरस से लड़ने से लेकर अत्यधिक मुद्रास्फीति तथा यूक्रेन युद्ध से उत्पन्न आर्थिक जोखिमों का मुकाबला करने के लिए अगले साल प्रतिबंधात्मक स्तरों तक उधार लेने की लागत को आगे बढ़ाने के लिए एक आक्रामक योजना तैयार की। यूएस सेंट्रल बैंक की फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने मौद्रिक नीति को कड़ा करते हुए टारगेट फेडरल फंड्स रेट में एक चौथाई प्रतिशत (0.25 फीसदी) या 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की। इससे मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई को बल मिलेगा। 

अधिकांश नीति निर्माता अब फेडरल फंड्स रेट को 2022 के अंत तक 1.75% और 2% के बीच की सीमा तक बढ़ते हुए देखते हैं। उनका अनुमान है कि यह अगले साल 2.8% तक हो सकती है, जो 2.4 फीसदी के स्तर से ऊपर होगी। अधिकारियों को लगता है कि इससे अर्थव्यवस्था धीमा हो सकती है।

फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने दो दिवसीय नीति बैठक की समाप्ति के बाद कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था, दर वृद्धि का सामना करने और अपनी मौजूदा मजबूत भर्ती और वेतन वृद्धि को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मजबूत है। ऐसे में फेड को अब अमेरिकी परिवारों पर मूल्य वृद्धि का प्रभाव सीमित करने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

बुधवार को उठाए गए कदमों के बावजूद मुद्रास्फीति 2024 तक फेड के 2% लक्ष्य से ऊपर रहने की उम्मीद है। पॉवेल ने कहा कि अगर सुधार होता नहीं दिखता है तो अधिक आक्रामक तरीके से दरों को बढ़ाने से नहीं कतराएंगे। बता दें कि फेड द्वारा दर बढ़ाने से घरों, ऑटोमोबाइल या गृह सुधार परियोजनाओं जैसी बड़ी-टिकट वाली वस्तुओं की मांग को कम करके मुद्रास्फीति को धीमा करने में मदद मिलती है।

अर्थव्यवस्था पहले से ही अन्य कारणों से धीमी हो सकती है। फेड नीति निर्माताओं ने दिसंबर में अनुमानित घरेलू उत्पाद वृद्धि अनुमान को 4 फीसदी से घटाकर 2022 के लिए 2.8 फीसदी कर दिया है। यह अनुमान संशोधन तब किया गया जब उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने आने वाले नए जोखिमों का विश्लेषण करना शुरू किया।