उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, ग्लेनमार्क लाइफ साइंस जल्द ला सकते हैं अपना IPO, सेबी से मिली हरी झंडी
Initial Public Offer उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक (Utkarsh Small Finance Bank) और ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज (Glenmark Life Sciences) को पूंजी बाजार नियामक सेबी ने इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO के जरिए धन जुटाने की अनुमति दे दी है।
By Ankit KumarEdited By: Updated: Wed, 09 Jun 2021 06:42 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक (Utkarsh Small Finance Bank) और ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज (Glenmark Life Sciences) को पूंजी बाजार नियामक सेबी ने इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO के जरिए धन जुटाने की अनुमति दे दी है। Utkarsh Small Finance Bank के मसौदा रेड हेयरिंग प्रोसपेक्टस (DRHP) के अनुसार इस आईपीओ के तहत स्मॉल फाइनेंस कंपनी 750 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी करेगी। दूसरी ओर, ऑफर फॉर सेल के जरिए 600 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर नए निवेशकों को आवंटित किए जाएंगे। इस आईपीओ के जरिए प्रमोटर Utkarsh Coreinvest Ltd 600 करोड़ रुपये मूल्य की हिस्सेदारी घटाएगी।
दूसरी ओर, Glenmark Life Sciences के आईपीओ के तहत 1,160 करोड़ रुपये के नए शेयर इश्यू किए जाएंगे। दूसरी ओर, Glenmark Pharmaceuticals Ltd ऑफर फॉर सेल के जरिए 73,05,245 शेयर बेचेगी।सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के मंगलवार के अपडेट के मुताबिक दोनों कंपनियों को तीन जून को मार्केट रेगुलेटर द्वारा आईपीओ लाने के लिए हरी झंडी दी गई।
कोई भी कंपनी अगर इनिशियल पब्लिक ऑफर, फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर या राइट्स इश्यू लाना चाहती है तो इसके लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है।Utkarsh Small Finance Bank ने मार्च में सेबी के समक्ष प्रारंभिक आईपीओ पेपर प्रस्तुत किए थे। दूसरी ओर, Glenmark Life Science ने अप्रैल में ये दस्तावेज प्रस्तुत किए थे।
Utkarsh Small Finance वाराणसी स्थित लेंडर है और वह इस आईपीओ से प्राप्त आमदनी का इस्तेमाल भविष्य की पूंजीगत जरूरत को पूरा करने के लिए करेगी।
Utkarsh ने 2017 में स्मॉल फाइनेंस बैंक के रूप में ऑपरेशन शुरू किया था। यह 2009 से माइक्रोफाइनेंस लेंडर के तौर पर काम कर रहा था।30 सितंबर, 2020 तक के आंकड़े के मुताबिक स्मॉल फाइनेंस बैंक के 528 बैंकिंग आउटलेट हैं। यह कंपनी 27.4 लाख ग्राहकों को बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा रही है। कंपनी के ये ग्राहक बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के ग्रामीण और कस्बाई इलाकों के हैं।