अगले हफ्ते Utkarsh Small Finance Bank ला रहा है अपना IPO, जानिए प्राइस बैंड से वैल्यूएशन तक की हर डिटेल
IPO Alert बाजार में निवेश करने वालों के लिए ये हफ्ता शानदार रहने वाला है। इस हफ्ते एक और माइक्रो फाइनेंस बैंक अपना आईपीओ ला रहा है। इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 23 से 25 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यह देश के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध पांचवां माइक्रोफाइनेंस बैंक होगा। आइए इसके प्राइस बैंड से लेकर के वैल्यूएशन तक के बारे में जानते हैं।
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Sun, 09 Jul 2023 06:30 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। इस हफ्ते एक और माइक्रोफाइनेंस बैंक अपना आईपीओ ला रहा है। इस बैंक का नाम उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस बैंक है । ये अगले सप्ताह आईपीओ के लिए खुलेगा। बैंक ने इसके लिए अपना प्राइस बैंड 23 से 25 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया है। शेयर का प्राइस बैंड का भाव फेस वैल्यू 2.3 से 2.5 गुना ज्यादा है।
इस बैंक का आईपीओ 12 जुलाई से 14 जुलाई तक जनता के लिए खुलेगा। बैंक 11 जुलाई को एंकर निवेशकों के द्वारा फंड जुटाएगी।
कर्मचारियों के लिए विशेष अवसर
इस आईपीओ के जरिए उत्कर्ष माइक्रोफाइनेंस बैंक करीब 500 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है। इस आईपीओ की खास बात ये है कि ये पूरा आईपीओ फ्रेश इश्यू होगा। बैंक अपने कर्मचारियों के लिए 1 प्रतिशत शेयर आरक्षित रखेगा। बैंक ने 500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 20 लाख शेयर आरक्षित रखें हैं।आईपीओ का उद्देश्य
बैंक ने कहा कि वह आईपीओ से प्राप्त पैसों का उपयोग अपने टियर 1 पूंजीगत आधार को मजबूत करने के लिए करेगा। इससे भविष्य में जरूरत पड़ने पर बैंक के पास पर्याप्त पूंजी हो। इसके साथ ही लिस्टिंग से जुड़ी सभी लागतों का भुगतान इस फंड से किया जाएगा।कितना निवेश कर सकते हैं?
इस आईपीओ में निवेशक न्यूनतम 600 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद वह 600 के गुणांक वाले शेयरों में निवेश कर सकता है। इसका मतलब है कि खुदरा निवेशक इस आईपीओ में कम से कम 15,600 रुपये का निवेश कर सकते हैं।आपके पास ज्यादा से ज्यादा 1.95 लाख रुपये यानी 13 लॉट खरीदने का विकल्प है। यह कीमत आईपीओ के प्राइस बैंड आधार पर निर्धारित होगी। खुदरा निवेशक इस आईपीओ में 2 लाख रुपये से ज्यादा की पेशकश नहीं कर सकते हैं।
बैंक की जानकारी के अनुसार, आईपीओ का 75 फीसदी क्वालिफाइड संस्थागत इन्वेस्टर (क्यूआईबी), 15 प्रतिशत हाई नेट वर्थ व्यक्तियों (एचएनआई) के लिए और शेष 10 फीसदी रिटेल इन्वेस्टर के लिए आरक्षित है।