Vande Bharat: स्वदेशी कंपनियां बनाएंगी वंदे भारत का स्लीपर कोच, 2029 तक 80 ट्रेन के निर्माण का लक्ष्य
वंदे भारत को पूरे देश में तेजी से पहुंचाने के लिए सरकार इसके स्लीपर कोच का निर्माण करवा रही है। इसी महीने की शुरुआत में सरकार ने फ्रांस की कंपनी को 100 ट्रेनों के निर्माण करने को कहा था और अब भारतीय कंपनियों को इसका जिम्मा दिया गया है।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 15 Jun 2023 03:41 PM (IST)
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: देश में वेंदे भारत ट्रेन को हर रूट पर चलाने के लिए सरकार इस ट्रेन का भव्य तरीके से निर्माण करवा रही है।
टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (TRSL) और सरकारी कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने 80 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है।
2029 तक 80 ट्रेन के निर्माण का लक्ष्य
दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड कंसोर्टियम ने 2029 तक 80 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट बनाने के लिए भारतीय रेलवे के साथ अनुबंध किया है।आपको बता दें कि इस अनुबंध का अनुमानित मूल्य 24,000 करोड़ रुपये है। यह पहली बार है जब भारतीय रेलवे ने 35 साल के लिए पूरे ट्रेन सेटों के डिजाइन और निर्माण और रखरखाव के लिए एक भारतीय कंपनी को इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया है।
मेक इन इंडिया का हिस्सा बनने पर गर्व
TRSL-BHEL कंसोर्टियम इकलौता आत्मनिर्भर कंसोर्टियम था जिसने टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया था। कंपनियों ने कहा कि "पीएम की आत्मनिर्भर के प्लान में यह अनुबंध मामूली योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कंनपियों ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन ने लोगों की यात्रा करने के तरीके में क्रांति लाई है और सरकार की मेक इन इंडिया पहल का हिस्सा बनने पर गर्व है।