Vedanta Resources ने बनाई तीन अरब डॉलर का कर्ज घटाने की योजना, शेयरों पर दिख सकता है असर
वेदांता रिसोर्सेसज का वित्त वर्ष 2024-25 में 110 करोड़ डॉलर का कर्ज मैच्योर हो रहा है। कंपनी का कहना है कि वह इस कर्ज को आगे नहीं बढ़ाएगी। लिमिटेड के वाइस चेयरमैन नवीन अग्रवाल ने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत खर्च से पहले वेदांता लिमिटेड का कैश फ्लो 3.5-4 अरब डॉलर रहने का अनुमान है जो कर्ज चुकाने के लिए पर्याप्त है।
पीटीआई, नई दिल्ली। देश की प्रमुख खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड की पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज ने अगले तीन साल में तीन अरब डॉलर का कर्ज कम करने की योजना बनाई है। वेदांता लिमिटेड के वाइस चेयरमैन और प्रमोटर ग्रुप के मेंबर नवीन अग्रवाल ने विश्लेषकों की हालिया बैठक में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कर्ज को आगे बढ़ाया जाएगा।
कंपनी ने हाल ही में अपनी प्रमोटर यूनिट फिनसाइडर इंटरनेशनल के जरिए अपने शेयरों का महत्वपूर्ण हिस्सा बेचा है। नवीन अग्रवाल ने विश्लेषकों को बताया, ‘कर्ज कम करना हमारी प्राथमिकता है। हम वेदांता रिसोर्सेज के कर्ज को तीन अरब डॉलर तक कम करेंगे।'
उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत खर्च से पहले वेदांता लिमिटेड का कैश फ्लो 3.5-4 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। यह रकम 1.5 अरब डॉलर के सिक्योर्ड लोन को चुकाने के लिए पर्याप्त है, जिनकी अवधि पूरी हो रही है।'
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नवीन अग्रवाल ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में 110 करोड़ डॉलर का कर्ज मैच्योर हो रहा है। इसके सहित करीब 75 करोड़ डॉलर की ब्याज देनदारी को ब्रांड फीस, सहयोगी कंपनियों से मिले लाभांश और अन्य रणनीतिक पहल के जरिए चुकाया जाएगा।'
वेदांता समूह ने हाल में प्रमोटर कंपनी फिनसाइडर इंटरनेशनल की 1.76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 1,737 करोड़ रुपये की रकम जुटाई है। हालांकि, नवीन अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि कंपनी अब और हिस्सेदारी बेचने के बारे में विचार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे पास अपने कर्ज चुकाने के लिए कई रास्ते मौजूद हैं।
वेदांता के शेयर प्राइस में शनिवार के स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में 1.73 फीसदी का उछाल दिखा। पिछले छह महीने में इसके शेयर 12.83 फीसदी का रिटर्न दे चुके हैं। कंपनी की कर्ज घटाने की पहल का भी इसके शेयरों पर असर दिख सकता है।यह भी पढ़ें : अमेरिका में मिल रही ज्यादा बॉन्ड यील्ड, फिर भारतीय बाजार में निवेश क्यों बढ़ा रहे FPI