Vedanta अपनी पांच कंपनियों को वेदांता लिमिटेड से करेगा डीमर्ज, जानिए शेयरधारकों को कितना मिलेगा शेयर
शेयरहोल्डर बनाने के लिए खनन प्रमुख वेदांत लिमिटेड ने आज एल्यूमीनियम तेल गैस और स्टील सहित अपने पांच प्रमुख व्यवसायों को अलग करने का फैसला किया। ये कंपनियां अब स्टॉक एक्सचेंज पर अलग से सूचीबद्ध होंगी। इस खबर में जानिए मौजूदा शेयरधारकों को कितना शेयर मिलेगा। इसके अलावा डीमर्ज होने वाली कंपनियों को भी जानिए। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
पीटीआई, नई दिल्ली: शेयरहोल्डर वैल्यू को बनाने के लिए खनन समूह वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) ने आज एल्यूमीनियम, तेल और गैस और स्टील सहित अपने पांच प्रमुख बिजनेस को डीमर्ज करने का फैसला लिया है। यह कंपनियां अब अलग-अलग होकर शेयर बाजार में लिस्ट होंगी।
शेयरधारकों को कितना शेयर मिलेगा?
वेदांता लिमिटेड के शेयरधारकों को वर्तमान में लिस्टेड वेदांता लिमिटेड के प्रत्येक 1 शेयर के लिए पांच नई लिस्टेड कंपनी में से प्रत्येक में एक शेयर मिलेगा। आपको बता दें कि डीमर्जर की प्रक्रिया 12 से 15 महीने में पूरा होगा।
वेदांता ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि
डी-मर्जर को एक सरल ऊर्ध्वाधर विभाजन की योजना बनाई गई है, वेदांता लिमिटेड के प्रत्येक 1 शेयर के लिए, शेयरधारकों को 5 नई सूचीबद्ध कंपनियों में से प्रत्येक का 1 शेयर अतिरिक्त रूप से प्राप्त होगा।
ये कंपनियां होंगी डीमर्ज
वेंडाटा लिमिटेड के बोर्ड से मंजूरी के बाद एल्यूमीनियम, तेल और गैस, बिजली, स्टील और लौह सामग्री, और बेस मटेरियल अलग हो जाएंगे और ये सभी कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होंगे।
वेदांता लिमिटेड के पास हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के साथ-साथ स्टेनलेस स्टील और सेमीकंडक्टर/डिस्प्ले के नए व्यवसायों की 65 प्रतिशत हिस्सेदारी जारी रहेगी।
डीमर्ज होने जा रहे इन कंपनियों को जानिए
वेदांता एल्युमीनियम: कंपनी के पास कैप्टिव पावर और एलुमिना रिफाइनरी के साथ भारत में सबसे बड़ी उत्पादन क्षमता है। कंपनी कोयला खदानों और बॉक्साइट खदानों का विकास जारी रखेगी। इसमें बाल्को में कंपनी की 51 फीसदी हिस्सेदारी भी शामिल है।
वेदांता पावर: भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों में से एक होगा।
वेदांता बेस मेटल्स: तूतीकोरिन, फुजैराह गोल्ड, सिलवासा और वीजेडएल सहित अंतरराष्ट्रीय बेस मेटल परिसंपत्तियों का एक विविध पोर्टफोलियो होगा।
वेदांता ऑयल एंड गैस: केयर्न व्यवसाय, जो भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का कच्चा तेल उत्पादक होगा।
वेदांता स्टील एंड फेरस: सेसा आयरन अयस्क, सेसा कोक, डब्ल्यूसीएल (लाइबेरिया) सहित लौह अयस्क के भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के निर्यातकों में से एक होगा और इलेक्ट्रोस्टील स्टील में 95.95 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
वेदांता लिमिटेड: वर्तमान में सूचीबद्ध इकाई एलसीडी और डिस्प्ले ग्लास का विनिर्माण, सेमीकंडक्टर व्यवसाय, स्टेनलेस व्यवसाय और हिंदुस्तान जिंक में हिस्सेदारी का काम करेगी।