Move to Jagran APP

Retail Inflation: आलू, प्याज, टमाटर बिगाड़ रहे रसोई का हिसाब, कब मिलेगी महंगाई से राहत?

जुलाई-अगस्त में थोड़ा सुस्त रहने के बाद खुदरा महंगाई फिर से आसमान पर पहुंच गई है। सितंबर 2024 में खुदरा महंगाई 5.49 प्रतिशत दर्ज की गई जो अगस्त में महंगाई दर 3.14 प्रतिशत थी। सब्जी के खुदरा दाम में 36 प्रतिशत का इजाफा हुआ। अगर महंगाई इसी हिसाब से बढ़ती रही तो आरबीआई दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती से परहेज कर सकता है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 14 Oct 2024 07:18 PM (IST)
Hero Image
प्याज की कीमत 50-70 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आलू, प्याज, टमाटर के साथ हरी सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों ने सितंबर माह की खुदरा महंगाई दर को नौ माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर की खुदरा महंगाई दर 5.49 प्रतिशत दर्ज की गई जबकि इस साल अगस्त की महंगाई दर 3.14 प्रतिशत थी। सितंबर में सब्जी-फल के साथ दाल की कीमतों से भी खुदरा महंगाई दर को समर्थन मिला।

पिछले डेढ़ माह से आलू, प्याज की कीमत 50-70 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है तो टमाटर के खुदरा भाव पिछले महीने 60-80 रुपए प्रति किलोग्राम थे जो फिलहाल 100 रुपये किलोग्राम के पार जा चुके हैं। 

सितंबर में विभिन्न वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर

वस्तु  महंगाई दर (प्रतिशत में)
अनाज  6.84
मांस-मछली  2.66
खाद्य तेल-घी  2.47
चीनी  3.46
फल  7.65
कपड़े व फुटवियर  2.71
यातायात व संचार  2.77
तैयार भोजन व मिठाई  3.56

क्या ब्याज दरों में नहीं होगी कटौती?

आलू, प्याज और टमाटर के दाम कम नहीं होने से अक्टूबर की खुदरा महंगाई दर भी सितंबर की तरह पांच प्रतिशत के पार रह सकती है। इसका नतीजा यह होगा कि आगामी दिसंबर में भी आरबीआई ब्याज दरों में कटौती करने की स्थिति में नहीं होगा। पिछले कई महीनों से महंगाई दर के पांच प्रतिशत से नीचे रहने की वजह से गत सप्ताह आरबीआई ने दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती करने के संकेत दिए थे।

खाद्य महंगाई में नहीं आ रही कमी

सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 9.4 प्रतिशत हो गई जबकि इस साल अगस्त में यह दर 5.66 प्रतिशत थी। सितंबर में आलू, प्याज टमाटर वगैरह मिलाकर कुल सब्जी की खुदरा महंगाई दर में पिछले साल सितंबर की तुलना में 36 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दाल के दाम में 10 प्रतिशत तो फल में 7.65 प्रतिशत का इजाफा रहा। सितंबर में मसाले के खुदरा दाम में 1.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

कम विकसित राज्यों में अधिक महंगाई

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कम विकसित राज्यों में राष्ट्रीय औसत से अधिक खुदरा महंगाई दर है। बिहार में सबसे अधिक खुदरा महंगाई दर 7.5 प्रतिशत रही जबकि दिल्ली में खुदरा महंगाई दर 3.67 प्रतिशत रही। सितंबर में उत्तर प्रदेश में खुदरा महंगाई दर 6.74 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 7.36 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 6.20 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 5.94 प्रतिशत, उड़ीसा में 6.56 प्रतिशत रही।

यह भी पढ़ें : WPI Inflation: थोक महंगाई में उछाल, सब्जियों के आसमान छूते भाव का दिखा असर