नौकरीपेशा लोगों के लिए निवेश का बेहतर ऑप्शन है Voluntary Provident Fund, जानें क्या होंगे फायदे
कामकाजी लोगों के लिए पेंशन एक जरूरी निवेश है लेकिन एक वैकल्पिक निवेश भी है जिसे वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड कहा जाता है। वीपीएफ का लाभ यह है कि यह कम जोखिम और उच्च रिटर्न वाली सरकार प्रायोजित बचत योजना है। आइए अब विस्तार से जानते हैं कि यह वीपीएफ क्या है इस पर मिलने वाली ब्याज दर क्या है और इसकी पात्रता क्या है।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Sat, 07 Oct 2023 06:45 PM (IST)
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली: नौकरीपेशा लोगों के लिए अनिवार्य निवेश प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ होता है। लेकिन एक ऐसा निवेश भी होता है जो वैकल्पिक यानी ऑप्शनल होता है, जिसे वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (वीपीएफ) कहा जाता है।
वीपीएफ का फायदा यह है कि यह कम जोखिम और हाई रिटर्न वाली सरकार समर्थित बचत योजना है। चलिए अब थोड़ा डिटेल में जानते हैं कि ये वीपीएफ क्या होता है, इसमें कितना मिलता है ब्याज दर, और क्या है इसकी पात्रता।
क्या होता है वीपीएफ?
जब आप नौकरी कर रहे होते है तो आपको वर्तमान के साथ-साथ अपने भविष्य यानी अपने रिटायरमेंट की भी प्लानिंग करनी होती है। नौकरी के दौरान आपकी नियमित आय होती है, इसलिए बहुत जरूरी होती है कि उसमें से कुछ पैसे आप निवेश करें ताकि उसपर आपको अच्छा रिटर्न मिल सकते।कर्मचारी भविष्य निधि पीएफ की अनिवार्य श्रेणी का निवेश है, जबकि वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड एक वैकल्पिक पीएफ है। वीपीएफ, कर्मचारी द्वारा उसके भविष्य निधि (पीएफ) खाते में स्वैच्छिक निधि योगदान होता है।
यह योगदान किसी कर्मचारी द्वारा अपने ईपीएफ में किए गए योगदान के 12 प्रतिशत के अतिरिक्त होता है। इसमें अधिकतम योगदान मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 100 प्रतिशत तक हो सकता है।ये भी पढ़ें: EPFO ने नियोक्ताओं को दी बड़ी राहत, कर्मचारियों के वेतन और भत्ते की डिटेल जमा करने की तारीख तीन महीने और बढ़ाई