Health Insurance में क्या होता है Waiting Period जिस दौरान क्लेम नहीं कर पाते आप दावा, पता करें पूरी जानकारी
Waiting Period स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय वेटिंग पीरियड का ध्यान रखना काफी महत्वपूर्ण होता है। वेटिंग पीरियड को बीमा खरीदने से पहले समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीधे आपके दावों के निपटान से संबंधित है। आज हम आपको उदाहरण सहित समझाएंगे की वेटिंग पीरियड क्या होता है ये कितने तरह का होता है और इसे समझना क्यों जरूरी है। पढ़िए पूरी खबर।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 31 Aug 2023 06:30 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: अपने और अपने परिवार को किसी भी स्वास्थ्य से संबंधित वित्तीय परेशानियों से बचाने से लिए देश में ज्यादातर लोग स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) लेते हैं। हमारे देश में किसी भी चीज का बीमा लेना जितना आसान है उतना ही मुश्किल इसके नियम और शर्तें को समझना है।
हर विशेषज्ञ की यही राय होती है कि प्रत्येक पॉलिसीधारक बीमा लेने से पहले उसके सारे नियम और शर्तों को बारीकी से समझ ले। अकसर देखा गया है कि जब कोई पॉलिसीधारक अपना बीमा क्लेम करने जाता है तो उसका बीमा रिजेक्ट हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि पॉलिसीधारक ने या तो सभी नियम और शर्तों को ध्यान से नहीं पढ़ा या फिर उस समझ नहीं आया या तो फिर पॉलिसीधारक ने बीमा कंपनियों को गलत जानकारी दी।
स्वास्थ्य बीमा लेते वक्त एक ऐसा ही नियम और शर्त, वेटिंग पीरियड (Waiting Period) होता है जिसे बीमा लेने से पहले आपको समझना काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीधा आपके क्लेम सेटलमेंट से जुड़ा है। चलिए आज हम आपको वेटिंग पीरियड के बारे में सब कुछ उदाहरण सहित बताते हैं।
क्या होता है वेटिंग पीरियड?
सरल शब्दों में कहें तो स्वास्थ्य बीमा में वेटिंग पीरियड वह अवधि है जिसके लिए आपको बीमा लाभ प्राप्त करने से पहले इंतजार करना पड़ता है। वेटिंग पीरियड, पॉलिसी शुरू होने की तारीख से शुरू होती है, और बीमाधारक इस दौरान स्वास्थ्य बीमा लाभ का दावा नहीं कर सकता है। आपको बता दें कि वेटिंग पीरियड की अवधि हर बीमा कंपनी की अलग-अलग होती है।उदाहरण से समझिए
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा खरीदा। हालांकि उन्हें यह नहीं पता था कि स्वास्थ्य बीमा में वेटिंग पीरियड होता है।पॉलिसी खरीदने के ठीक दस दिन बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में हुए खर्च हुए पैसे को जब बात क्लेम करने की आई तो बीमा कंपनी ने यह कहते हुए दावा रिजेक्ट कर दिया कि पॉलिसी की वेटिंग पीरियड 30 दिन की है। इस स्थिति में अब उस व्यक्ति को अपने इलाज का खर्च खुद ही उठाना पड़ा।
जब उन्हें बताया गया कि उनके द्वारा खरीदे गए स्वास्थ्य बीमा के लिए प्रतीक्षा अवधि 30 दिन है तो वह हैरान रह गए। इसलिए, उनका दावा स्वीकार नहीं किया गया, जिससे उन्हें अपनी जेब से चिकित्सा खर्च का भुगतान करना पड़ा।स्वास्थ्य बीमा खरीदने का मतलब यह नहीं है कि आप पहली तारीख से ही स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त कर सकते हैं। बल्कि, आपको कोई भी दावा करने से पहले स्वास्थ्य बीमा में आपको वेटिंग पीरियड से गुजरना होता है। इसलिए कभी भी स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जरूर चेक करें की उसका वेटिंग पीरियड कितना है। आप वैसे बीमा कंपनी की तलाश करें जो हेल्थ इंश्योरेंस में कम से कम वेटिंग पीरियड की पेशकश करे।