शेयर बाजार में क्या होता है Bulk Deal और Block Deal, स्टॉक मार्केट को कैसे प्रभावित करते हैं ये डील
आपने अकसर बिजनेस के समाचारों में बल्क और ब्लॉक डील के बारे में सुना होगा। बल्क ट्रेड और ब्लॉक ट्रेड दो प्रकार के एक्सचेंज ट्रेड हैं जिनका उपयोग संस्थागत निवेशकों बड़े फंड म्यूचुअल फंड निवेश बैंक एफआईआई और एचएनआई द्वारा उच्च मात्रा में ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। चलिए थोड़ा और डिटेल में जानते हैं इन डील के बारे में।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Sun, 03 Sep 2023 05:00 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: बिजनेस की खबरों में आपने अकसर बल्क डील (Bulk Deal) और ब्लॉक डील (Block Deal) के बारे में सुना होगा।
बल्क डील और ब्लॉक डील दो प्रकार के शेयर बाजार लेनदेन हैं जिनका उपयोग संस्थागत निवेशकों, बड़े फंड, म्यूचुअल फंड, निवेश बैंक, एफआईआई और एचएनआई द्वारा बड़ी मात्रा में लेनदेन करने के लिए किया जाता है।
क्या है ब्लॉक डील?
यह दो पक्षों के बीच न्यूनतम 500,000 शेयरों की मात्रा या 10 करोड़ रुपये के न्यूनतम मूल्य का लेनदेन है, जिसमें वे आपस में सहमत मूल्य पर शेयर खरीदने या बेचने के लिए सहमत होते हैं।
यह डील एक अलग ट्रेडिंग विंडो के माध्यम से होता है और यह ट्रेडिंग घंटों की शुरुआत में 35 मिनट की अवधि के लिए होता है, यानी सुबह 9.15 बजे से सुबह 9.50 बजे तक। ब्लॉक डील यूनिक ट्रेडिंग विंडो के दौरान होती हैं जिन्हें ब्लॉक डील विंडो कहा जाता है। चूँकि ब्लॉक डील एक विशेष ट्रेडिंग विंडो में होती हैं, खुदरा निवेशक डील नहीं देख सकते हैं।
सुबह की ब्लॉक डील विंडो सुबह 8:45 से 9:00 बजे तक होती है। दोपहर की ब्लॉक डील विंडो 2:05 बजे से 2:20 बजे तक होती है।
ब्लॉक डील का लेन-देन ब्लॉक रेफरेंस मूल्य के अनुसार किया जाता है। ब्लॉक डील में भाग लेने वाले संस्थान और अन्य निवेशक 1 प्रतिशत (+ या -) प्रीमियम या ब्लॉक रेफरेंस मूल्य पर छूट के साथ ऑर्डर दे सकते हैं। ब्लॉक रेफरेंस मूल्य दोनों ट्रेडिंग विंडो के लिए भिन्न होता है।