नौकरी करने वालों के लिए क्यों खास है ESOP? कर्मचारियों के लिए कैसे बन जाती है मुसीबत
ESOP कर्मचारियों को कंपनी की ओर से दिए जाते हैं। ईएसओपी को बेचते समय कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जिसके बारे में हम अपने इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं। (जागरण फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 13 May 2023 02:50 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एम्पलॉय स्टॉक ऑप्शन प्लान (Employee Stock Option Plan) यानी ESOP का नाम आपने अक्सर कॉरपोरेट वर्ल्ड में सुना होगा। अपने कर्मचारियों को आकर्षक वेतन पैकेज देने के लिए या दिवाली का बोनस और प्रमोशन आदि देते समय कंपनियां ESOP जारी करती हैं। ऐसे में लोगों के मन सवाल आता है कि आखिर ESOP क्या होता है? आइए जानते हैं...
क्या होता है ESOP?
ESOP कर्मचारियों को कंपनियों की ओर से दिए जाने वाले शेयर होते हैं, जो उन्हें वेतन, इंसेंटिव और बोनस आदि के रूप दिए जाते हैं। इसके जरिए कंपनी की कोशिश मॉनटरी खर्चों को न करते हुए कर्मचारियों को ज्यादा से ज्यादा रिवॉर्ड करना होता है। हालांकि, कंपनी से ESOP लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कई बार ये चुनौतियां भी खड़ी कर देते हैं।
लिक्विडिटी की कमी: ESOP लेने के बाद कर्मचारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती लिक्विडिटी की होती है। अगर कंपनी लिस्टेड नहीं है तो शेयर बेचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और इस कारण कई बार सही वैल्यू से कम कीमत पर शेयरों को बेचना पड़ता है।
अधिक कीमत: कई बार देखा जाता है कि ESOP कंपनियों की ओर से कर्मचारियों को अधिक कीमत पर दिए जाते हैं और कंपनियां बायबैक कम कीमत पर करती है। इस कारण कर्मचारियों को नुकसान होने की संभावना अधिक रहती है। इस कारण ESOP लेते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
लंबा वेटिंग पीरियड: कई बार स्टार्टअप कंपनियों की ओर से कर्मचारियों ESOP दिए जाते हैं, लेकिन कंपनियां लिस्टेड नहीं होती हैं तो फिर कर्मचारियों को शेयरों को बेचने के लिए सही खरीदारी खोजना पड़ता है और इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। वहीं, इस बार देखा जाता है कि इस कारण से सही वैल्यू भी नहीं मिलती है।