जुलाई-सितंबर तिमाही भारतीय कंपनियों के लिए शानदार, कंपनियां क्यों लाती हैं IPO, पैसे लगाने से पहले किन बातों का रखना चाहिए ध्यान?
शेयर मार्केट में इस वक्त आईपीओ की बहार आई है। बहुत-सी कंपनियां अपना आईपीओ ला चुकी हैं और कई लाने की तैयारी में हैं। निवेशक भी आईपीओ को काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं क्योंकि उन्हें ज्यादातर में अच्छा-खासा लिस्टिंग गेन मिल रहा है। हालांकि आईपीओ में पैसे लगाने से पहले यह समझना जरूरी है कि आईपीओ क्या होता है इसे कंपनियां क्यों लाती हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय कंपनियों ने जुलाई-सितंबर की अवधि में 19 बिलियन डॉलर के 551 सौदे किए, जो संख्या के आधार पर दो वर्षों में सबसे अधिक है। ग्रांट थॉर्नटन भारत डीलट्रैकर के अनुसार, तीन महीने की अवधि (Q3 2024) में 4.1 बिलियन डॉलर मूल्य के 25 आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) भी आए। इस अवधि में 214 विलय एवं अधिग्रहण सौदे हुए। इनका मूल्य 11.4 अरब डॉलर था।
शेयर मार्केट में निवेश करने के कई तरीके हैं। इनमें से आईपीओ यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग। कई बार आईपीओ काफी कम समय में काफी अच्छा रिटर्न देते हैं। जैसे कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ ने निवेशकों को 114 फीसदी का लिस्टिंग गेन दिया। हालांकि, आईपीओ में निवेश करने और उससे अच्छा रिटर्न पाने के लिए आपको कुछ बातों को समझना होगा। मसलन, आईपीओ क्या होता है, इसे कंपनियां क्यों लाती हैं और इसमें निवेश करने से क्या होता है।
IPO क्या होता है और कंपनी इसे क्यों लाती है?
जब भी कोई कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट होना चाहती है, तो वह अपना आईपीओ (What is IPO) लाती है। इसकी कुछ वजहें होती हैं। कई बार कंपनी को अपना कर्ज घटाने, कामकाज जारी रखने या फिर कारोबार का विस्तार करने के लिए पूंजी की जरूरत होती है। चूंकि, कोई भी कंपनी बैंकों से तय मात्रा में ही कर्ज ले सकती है, तो वह आईपीओ लाकर जनता से पैसे जुटाती है। इसमें कंपनी अपने शेयर बेचती है और उससे मिलने वाले पैसों को कारोबार बढ़ाने पर खर्च करती है।आईपीओ में निवेश करने से क्या फायदा होता है?
आईपीओ में निवेश करने से आपको कंपनी के कुछ हिस्से के मालिक हो जाते हैं। आईपीओ के लिस्ट होने के बाद आपको अच्छा लिस्टिंग गेन (IPO Investment Benefits) मिल सकता है, जैसा कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस और कई अन्य आईपीओ के मामले में हुआ है। अगर लिस्टिंग के बाद भी शेयर बढ़ता है, तो भी आपको मुनाफा (IPO Profits) हो सकता है। आप लिस्टिंग के बाद भी शेयर को खरीद-बेच सकते हैं। साथ ही, अगर कंपनी मुनाफे के स्थिति में डिविडेंड बांटती है, तो आपको उसका भी लाभ मिलेगा।
क्या आईपीओ में निवेश करने में जोखिम भी हैं?
इसका सीधा और सरल जवाब है, हां। आप अक्सर सुनते होंगे कि शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है और आईपीओ भी इसका अपवाद नहीं। बजाज हाउसिंग फाइनेंस से निवेशकों को तगड़ा मुनाफा हुआ। लेकिन, फिनटेक कंपनी पेटीएम जैसे आईपीओ भी हैं, जिसके आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों को भारी नुकसान (IPO Investment Risk) हुआ। पेटीएम ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 2,080 से 2,150 रुपये प्रति शेयर रखा था। लेकिन, यह लिस्टिंग के दिन ही घटकर 1,586.25 रुपये पर आ गया।