दशहरा पर युवाओं को सरकार की सौगात, साल भर में मिलेंगे 66,000 रुपये
Prime Minister Internship Scheme केंद्रीय वित्त निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में युवाओं के हुनर को तराशने के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम का एलान किया था। इस स्कीम के तहत टाप 500 कंपनियों में अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को कुशल करने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी मामले के मंत्रालय ने गुरुवार को इस स्कीम का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पढ़े-लिखे आर्थिक रूप से कमजोर युवा-युवतियों के लिए सरकार दशहरे पर सौगात लेकर आई है। गुरुवार को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप स्कीम की शुरुआत की गई। इस स्कीम में आवेदन के लिए सिर्फ वही युवा-युवती योग्य पात्र होंगे, जिनके परिवार की आय सालाना आठ लाख रुपए से कम है।
केंद्र सरकार का आरक्षण नियम भी इस स्कीम में लागू होगा। यानी अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को आरक्षण मिलेगा लेकिन सिर्फ वही योग्य होंगे जो आर्थिक रूप से कमजोर होंगे।
क्या है प्रधानमंत्री इंटर्नशिप स्कीम
इंटर्नशिप स्कीम की घोषणा इस साल बजट में की गई थी जिसके तहत टाप 500 कंपनियों में अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को कुशल करने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी मामले के मंत्रालय ने गुरुवार को इस स्कीम का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया।
इसके तहत चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 1.25 लाख युवाओं को रोजगार के लायक बनाने के लिए प्रशिक्षण व कुशलता हासिल करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण और कौशल विकास की अवधि 12 महीने की होगी और इस अवधि में उन्हें 5000 रुपए की आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
4500 रुपए प्रतिमाह केंद्र सरकार देगी और कंपनी 500 रुपए उन्हें अपने सामाजिक दायित्व फंड से देगी। इसके अलावा कंपनी मामले मंत्रालय की तरफ से 6000 रुपए की एकमुश्त राशि भी सभी चयनित उम्मीदवारों को दी जाएगी।
यानी कि प्रशिक्षण हासिल करने वाले उम्मीदवारों को एक साल में 66 हजार रुपए की वित्तीय सहायता मिलेगी। सभी राशि सीधे तौर पर उम्मीदवारों के खाते में दिए जाएंगे। इस इंटर्नशिप स्कीम से चालू वित्त वर्ष में केंद्र सरकार पर 800 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आएगा।
वित्त एवं कंपनी मामले की मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि यह पूरी तरह से इंटर्नशिप कार्यक्रम है। कोशिश यह होगी कि चयनित उम्मीदवारों को उनके अपने जिले या आसपास के जिले में ही प्रशिक्षण का मौका दिया जाए। इस पूरे कार्यक्रम को चलाने के लिए कंपनी मामले के मंत्रालय ने एक पोर्टल बनाया है और pminternship.mca.gov.in पर जाकर हर कोई उस पोर्टल तक पहुंच सकता है।
कैसे करेंगे आवेदन
सीतारमण ने बताया कि तीन अक्टूबर से यह पोर्टल कंपनियों के लिए खोल दिया गया है। आगामी 10 अक्टूबर तक कारपोरेट कंपनियां पोर्टल पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए अपनी पेशकश करेंगी। 12 अक्टूबर यानी कि दशहरे वाले दिन से लेकर 25 अक्टूबर तक इच्छुक योग्य उम्मीदवार प्रशिक्षण हासिल करने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
26 अक्टूबर को कंपनी मामले का विभाग पात्र उम्मीदवारों की सूची जारी करेगा जिसे कंपनियों के पास भेजा जाएगा। 27 अक्टूबर से सात नवंबर तक कंपनियां अपनी जरूरत के मुताबिक उम्मीदवारों का चयन करेंगी और उम्मीदवारों को इसकी सूचना दी जाएगी। 8-15 नवंबर के बीच उम्मीदवार कंपनियों की पेशकश को स्वीकार सकेंगे और आगामी दो दिसंबर से उनका इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।
कंपनी मामले के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बताया कि 111 कॉरपोरेट कंपनियां अब तक अपने यहां इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए तैयार हो गई है। इनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा और मैक्स लाइफ जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। ज्यादा कंपनियां कृषि व इससे संबंधित सेक्टर के साथ ऑटोमोबाइल्स और फार्मा सेक्टर से जुड़ी हैं।
इंटर्नशिप स्कीम की पात्रता
दसवीं या बारहवीं पास आईटीआई सर्टिफिकेट धारक, पॉलिटेक्निक संस्था से डिप्लोमाधारी, या बीए, बीएससी, बी.काम, बीसीए, बीबीए, बी. फार्मा के डिग्रीधारक इस इंटर्नशिप स्कीम में हिस्सा ले सकते हैं।
वहीं, आईआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, आईआईएसईआर और ट्रिपल आईआईटी, सीए, सीएस, बीडीएस, एमबीबीएस की डिग्री रखने वाले या फिर पहले से किसी सरकारी इंटर्नशिप कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे छात्र पीएम इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए पात्र नहीं होंगे।
अगर माता-पिता में से कोई भी सरकार में स्थायी या नियमित कर्मचारी हैं तो वैसे बच्चे भी इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
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