Vistara Crisis: जल्द खत्म हो सकता है विस्तारा संकट! जानें क्या कहा एयरलाइन के CEO ने
विस्तारा का टाटा ग्रुप की दूसरी एयरलाइन एअर इंडिया में मर्जर होने वाला है। नई एयरलाइन के सैलरी स्ट्रक्चर के हिसाब से विस्तारा के पायलटों का वेतन का कम हो जाएगा जिसका वे विरोध कर रहे हैं। पायलट ज्यादा वर्कलोड की भी शिकायत कर रहे हैं। विस्तारा के CEO का कहना है कि उनकी पायलटों से बात हुई है और यह समस्या जल्द सुलझने की उम्मीद है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस के मालिकाना हक वाली विमानन कंपनी विस्तारा (Vistara) इस वक्त बड़े संकट से जूझ रही है। दरअसल, विस्तारा के पायलट नए रोस्टरिंग सिस्टम और सैलरी स्ट्रक्चर से नाखुश हैं और अपना विरोध जताने के लिए सिक लीव पर चले गए हैं। इससे विस्तारा कई अहम उड़ानों का संचालन नहीं कर पा रही। उसे बहुत सी फ्लाइट कैंसिल भी करनी पड़ी है।
CEO को उम्मीद, जल्द सुलझेगा संकट
हालांकि, विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन ( Vinod Kannan) को उम्मीद है कि यह संकट जल्द सुलझ जाएगा। उन्होंने कहा कि हम पायलटों से चर्चा के बाद मौजूदा रोस्टरिंग सिस्टम की समीक्षा करेंगे। साथ ही, सैलरी स्ट्रक्चर में भी जरूरी बदलाव किए जाएंगे। पायलटों का आरोप है कि नए रोस्टर से उन्हें आराम के लिए पर्याप्त वक्त नहीं मिल पाता, जिससे उनकी निजी जिंदगी भी प्रभावित हो रही है।
कन्नन ने इस बार पर भी जोर दिया है कि विस्तारा छोड़ने वाले अधिकारियों या फिर कर्मचारियों की संख्या में भी कोई असामान्य उछाल नहीं आया है। विस्तारा में कुल 6,500 लोग काम करते हैं, जिनमें से 1,000 पायलट हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे पायलट हैं, जिन्हें ज्यादा उड़ान भरना पसंद है। लेकिन, कुछ को यह नहीं पसंद है। हम सबका फीडबैक लेकर इसमें जरूरी सुधार करेंगे।
यह भी पढ़ें : कभी देश की दूसरी सबसे सफल एयरलाइन थी किंगफिशर, क्या विजय माल्या की 'जल्दबाजी' से हुई बर्बाद?
पायलटों की शिकायत क्या है?
दरअसल, विस्तारा का टाटा ग्रुप की दूसरी एयरलाइन एअर इंडिया में मर्जर होने वाला है। पायलट मर्जर के बाद अपने नए सैलरी स्ट्रक्चर का विरोध कर रहे हैं, जिसमें उनका कम हो जाएगा। इस मर्जर का प्रभार भी कन्नन के पास ही है।विस्तारा के पायलट सिर्फ नए सैलरी स्ट्रक्चर से नाखुश नहीं है। वे लोग यह भी चाहते हैं कि एविएशन रेगुलेटर DGCA ने पायलटों के आराम के जो नए नियम बनाए हैं, उन्हें विस्तारा भी जल्द लागू करे। साथ ही, अगर विस्तारा विस्तारा फ्लाइट की संख्या बढ़ाती है, तो एडवांस में पायलटों का बफर भी तैयार रखे।हालांकि, मसला यह है कि विस्तारा के करीब 200 पायलट ट्रेनिंग पीरियड में है। इससे सीनियर पायलटों पर काम का बोझ अधिक है। थकाऊ काम के साथ नए सैलरी स्ट्रक्चर में उनका वेतन कम करने की तैयारी हो रही है, जिससे वे काफी नाराज हैं।