विस्तारा-एयर इंडिया मर्जर से टाटा ग्रुप का बढ़ेगा दबदबा, इंडिगो की बढ़ेगी टेंशन
सरकार ने टाटा ग्रुप की एयर इंडिया और विस्तारा के बीच मर्जर को मंजूरी दे दी है। दरअसल सिंगापुर एयरलाइंस को एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित मर्जर के हिस्से के रूप में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के लिए सरकार से मंजूरी मिल गई। विस्तारा का संचालन टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस मिलकर करते हैं। मर्जर इस साल के आखिर तक पूरा हो सकता है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। टाटा ग्रुप की एयर इंडिया और विस्तारा के मर्जर पर सरकार ने अपनी मुहर लगा दी। अब 11 नवंबर को विस्तारा की आखिरी फ्लाइट उड़ान भरेगी। इस मर्जर के बाद विस्तारा की सभी फ्लाइट्स का ऑपरेशन एयर इंडिया ही संभालेगी। आइए जानते हैं कि विस्तारा सर्विस कब तक काम करेगी और मर्जर के बाद विस्तारा के कर्मचारियों का क्या होगा।
विस्तारा की बुक उड़ानों का क्या होगा?
आप 3 सितंबर तक विस्तारा की फ्लाइट बुक कर सकते हैं। लेकिन, उड़ान की तारीख 11 नवंबर से बाद की नहीं होगी। इसके बाद विस्तारा की फ्लाइट बुक करने के लिए आपको एयर इंडिया के प्लेटफॉर्म पर रीडायरेक्ट किया जाएगा। हालांकि, पीएनआर पहले जैसा ही रहेगा। एयर इंडिया के सीईओ के मुताबिक, 2025 की शुरुआत तक विमान विस्तारा के मौजूदा बेड़े से होंगे। इसका मतलब कि शुरुआती दिनों में प्रोडक्ट और सर्विस में कोई बदलाव नहीं होगा। लेकिन, धीरे-धीरे एअर इंडिया और विस्तारा के बीच का फर्क धुंधला होता जाएगा।
विस्तारा के लॉयल्टी प्रोग्राम का क्या होगा?
टाटा ग्रुप की दोनों एयरलाइन के मर्जर तक क्लब विस्तारा लॉयल्टी प्रोग्राम जारी रहेगा। फिर यह अकाउंट एयर इंडिया के फ्लाइंग रिटर्न्स प्रोग्राम में ट्रांसफर हो जाएगा। अगर आपके पास दोनों एयरलाइन के प्रोग्राम हैं, वे विस्तारा की साइट पर जाकर दोनों को लिंक कर सकते हैं। वहीं, विस्तारा के क्रेडिट कार्ड के बारे में अभी तक कंपन ने कुछ नहीं कहा है। मर्जर के बाद विस्तारा के पूरे स्टाफ और रूट का भी एअर इंडिया में मर्जर हो जाएगा।
मर्जर से इंडिगो की बढ़ेगी टेंशन
विस्तारा और एयर इंडिया के मर्जर से इंडिगो की टेंशन बढ़ सकती है, जिसका अभी एविएशन मार्केट पर दबदबा है। इंडिगो के पास फिलहाल 61 फीसदी मार्केट शेयर है। वहीं, मर्जर के बाद एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 28.7 फीसदी हो जाएगी। अगर टाटा ग्रुप एयर इंडिया के विस्तार के लिए आक्रामक रणनीति अपनाता है, तो उसका नुकसान इंडिगो को उठाना पड़ सकता है। मर्जर के बाद एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25.1 फीसदी रहेगी। वह भी इसमें 3 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस मर्जर से 396 फ्लीट वाले इंडिगो को तगड़ी चुनौती मिलेगी। एयर इंडिया ने 500 और इंडिगो ने 470 नए प्लेन का ऑर्डर दे रखा है।विस्तारा का पूरा लेखाजोखा
- विस्तारा ने 13 साल में 6.5 करोड़ लोगों को सर्विस दी।
- एयरलाइन ने जून तक 5 लाख फ्लाइट ऑपरेट की है।
- यह नवंबर तक 50 लाख ग्राहकों को और सर्विस देगी।
- विस्तारा देश में और बाहर 50 जगहों को जोड़ती है।
- विस्तारा के बेड़े में 70 विमान, हर रोज 300 फ्लाइट।
- इस मर्जर के बाद देश में सिर्फ 6 एयरलाइंस रह जाएंगी।