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कब बढ़ानी चाहिए Credit Card की लिमिट, क्या है सही तरीका?

क्रेडिट कार्ड कई मुश्किलों का हल है। यह नकदी की जरूरतों को कम करता है। साथ ही आपको इमरजेंसी में शॉपिंग या कुछ बिल चुकाने की जरूरत है तो आपको किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ता। इन फायदों को देखकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाना एक लुभावना विकल्प हो सकता है लेकिन आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Published: Sat, 15 Jun 2024 02:38 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2024 02:38 PM (IST)
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाते वक्त आपको लागत के बारे में भी सोचविचार कर लेना चाहिए।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ साल में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का चलन काफी तेजी से बढ़ा है। इस प्लास्टिक कार्ड के जरिए शॉपिंग करने से लेकर बिल चुकाने तक जैसे काम में काफी सहूलियत होती है। लेकिन, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने में कई बार लिमिट की दिक्कत आती है। आइए जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट कब बढ़वानी चाहिए और इसके फायदे व नुकसान क्या हैं।

लिमिट कब बढ़ानी चाहिए?

यह पूरी तरह से आपकी जरूरत पर निर्भर करता है। अगर आप कामकाज के सिलसिले में ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ती है, तो क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाना अच्छा फैसला हो सकता है। इससे आपकी नकदी पर निर्भरता कम होगी। अगर शॉपिंग, बिल पेमेंट, एयरलाइन टिकट और होटल बुकिंग जैसे काम क्रेडिट कार्ड के जरिए करते हैं, तो भी लिमिट बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं। हालांकि, लिमिट बढ़वाते के आपको अपनी आमदनी और खर्च के अनुपात का खास ख्याल रखना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान

जब भी आप क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने की सोचें या आपको ऐसा ऑफर मिले, तो इस बात पर जरूर गौर करें कि मौजूदा लिमिट कितनी है और उसमें कितनी बढ़ोतरी ऑफर की जा रही है। अगर मौजूदा लिमिट कम है और बढ़ोतरी का ऑफर अच्छा है, तो आप इसका लाभ उठा सकते हैं। जैसे कि लिमिट 2 लाख रुपये है और इसे बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये करने का ऑफर रहे है, तो ये अच्छा इजाफा है।

अगर आप लिमिट को बढ़वाकर 5 लाख रुपये से अधिक कर लेते हैं, तो इससे आपको ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि, इसमें आपको अपनी सहूलियत देखनी पड़ेगी कि आप एक ही कार्ड रखना चाहते हैं या एक से अधिक।

लिमिट कैसे बढ़वाएं?

कई बार बैंक बिना अतिरिक्त जानकारी और इनकम प्रूफ के क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की इजाजत दे देते हैं। हालांकि, इसके लिए आपका क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने का रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए। कई बार बैंक आपके खर्च और कमाई के अनुपात जैसी दूसरी चीजों पर भी गौर करते हैं।

वहीं, अगर अपनी तरफ से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने की कोशिश कर रहे हैं, तो बैंक आपसे इनकम प्रूफ जैसी डिटेल्स मांग सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि आपको लिमिट का अधिक से अधिक लाभ मिले।

कॉस्ट का भी रखें ध्यान

क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाते वक्त आपको लागत के बारे में भी सोचविचार कर लेना चाहिए। अमूमन बैंक ज्यादा क्रेडिट लिमिट के लिए अतिरिक्त चार्ज नहीं करते। यह आपकी इनकम और रीपेमेंट हिस्ट्री के आधार पर भी हो जाता है। लेकिन, अगर बैंक अतिरिक्त लिमिट के लिए चार्ज कर रहा है, तो आपको चेक कर लेना चाहिए कि यह लागत के मुताबिक सही है या नहीं।

ऐसे करें अपना फैसला

आपको क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने से पहले अच्छे से सोचविचार कर लेना चाहिए कि आपको असल में उसकी जरूरत है या फिर नहीं। यह बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि क्रेडिट कार्ड का पैसा कर्ज ही होता है, जिसे वापस लौटाना पड़ता है। कई लोग क्रेडिट कार्ड से फिजूलखर्ची करते हैं और कर्ज के जाल में फंस जाते हैं।

ऐसे में क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने से पहले जरूरत, आमदनी और खर्च जैसे सभी पहलुओं पर गौर करना चाहिए। अगर आप लिमिट बढ़वाकर ज्यादा खर्च करते हैं और उसे समय पर वापस नहीं चुका पाते, तो आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो जाएगा।

यह भी पढ़ें : History of Credit Card: कैसे चलन में आया क्रेडिट कार्ड, क्या है इसके पीछे की कहानी?

 


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