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Long Term और Short Term किसमें करें निवेश, किन बातों का रखें ध्यान, पता करें पूरी जानकारी

आपकी निवेश योजना हर परिस्थिति में अलग-अलग होती है। क्योंकि कभी आपको सिर्फ एक साल के भीतर नकदी की आवश्यकता होगी कभी आप इसे तीन दशकों तक रख सकते हैं। और इस प्रकार आपको इन दोनों के लिए अलग-अलग रणनीतियों की आवश्यकता है। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि आपको लॉन्ग या शार्ट टर्म में निवेश करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 28 Jun 2023 04:15 PM (IST)
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where to invest long term or short term, know the complete information
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: आमतौर पर जब भी आप निवेश करने जाते हैं तो आपके मन में भी यही सवाल आता होगा कि आपको लॉन्ग टर्म में निवेश करना चाहिए या फिर शॉर्ट टर्म में। सामान्य तौर पर शॉर्ट टर्म निवेश 3 साल से कम के लिए किया जाता है और लॉन्ग टर्म निवेश 10 साल या उससे उपर का होता है।

लोग शॉर्ट टर्म निवेश कुछ लक्जरी सामान खरीदना, कहीं वेकेशन पर जाने के लिए, लोन का पेमेंट करने के लिए, एक आपातकालीन निधि शुरू करने के लिए करते हैं। जबकि लॉन्ग टर्म में निवेश आप तब करते हैं जब आपको

घर खरीदना, बच्चों की शिक्षा के लिए बचत करना, सेवानिवृत्ति की योजना बनाना जैसे काम होते हैं। आज हम आपको बताएंगे की आपको लॉन्ग या शार्ट टर्म में निवेश करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

रिस्क

निवेश करते समय रिस्क सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। प्रत्येक निवेशक की जोखिम वहन करने की क्षमता और इच्छा उम्र, वित्तीय स्थिरता और सबसे महत्वपूर्ण रूप से निवेश लक्ष्यों जैसे कारकों के आधार पर भिन्न होती है।

शॉर्ट टर्म निवेश करते समय, आपको अपने जोखिम को कम करना चाहिए और कम जोखिम वाली प्रतिभूतियों में निवेश करना चाहिए क्योंकि आपको प्रतिभूतियों को जल्द इस्तेमाल करना होगा।

वहीं लॉन्ग टर्म में निवेश करने के लिए आप कुछ जोखिम भरी प्रतिभूतियों का विकल्प चुन सकते हैं, क्योंकि आपके निवेश के मूल्य में खुद को सही करने के लिए पर्याप्त समय होता है।

लिक्विडिटी

अगर आपको दो साल में अपना पैसा वापस चाहिए? तो जाहिर सी बात है कि आप अपने पैसों को पांच साल के बॉन्ड में नहीं डालेंगें। तरलता आपकी परिसंपत्तियों को नकदी में भुनाने में आसान होता है।

जब आप शॉर्ट टर्म के लिए निवेश करने की योजना बनाते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका पोर्टफोलियो अत्यधिक तरल है ताकि आपको आसानी से कैश मिल जाए।

सुरक्षा

आपको शॉर्ट टर्म निवेश के लिए अधिक सुरक्षित फंड चुनना चाहिए लेकिन लंबी अवधि के लिए आपके पास कुछ कम सुरक्षित फंड चुन सकते हैं।

टैक्स

टैक्स की रेट आपके निवेश की अवधि और आपको मिलने वाले रिटर्न की मात्रा दोनों पर निर्भर करती है। शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर आमतौर पर लॉन्ग टर्म की तुलना में अधिक रेट से टैक्स लगाया जाता है। इसलिए आपको नॉन टैक्सेबल प्रतिभूतियों में निवेश करके टैक्स बचाने के तरीकों की तलाश करना चाहिए

रिटर्न

शॉर्ट टर्म के लिए, आप मनी मार्केट की प्रतिभूतियों जैसे ट्रेजरी बिल और शॉर्ट टर्म बॉन्ड, पूंजी बाजार की प्रतिभूतियों जैसे कम जोखिम वाले म्यूचुअल फंड और स्मॉलकेस में निवेश कर सकते हैं।

लॉन्ग टर्म के लिए आपको जोखिम भरी प्रतिभूतियों पर ध्यान देना चाहिए जो आपको अधिक रिटर्न दे जैसे शेयर बाजार, ग्रोथ और वैल्यू स्टॉक, स्मॉल कैप सिक्योरिटीज, रियल एस्टेट, इत्यादि।