सालाना आधार पर 12 प्रतिशत कम हुई हाइरिंग, आईटी सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित; AI में 64% बढ़ी नौकरियां
आज जारी एक रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर से नवंबर में आईटी सॉफ्टवेयर टेलीकॉम और शिक्षा क्षेत्रों में नियुक्तियां कम हुई है। इसमें सालाना आधार पर 12% की गिरावट आई है। नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स के अनुसार अक्टूबर-नवंबर में व्हाइट कॉलर जॉब रिक्तियों की संख्या 12 प्रतिशत गिरकर 2433 हो गई जो पिछले साल की समान अवधि में 2781 नौकरियां थी। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 07 Dec 2023 01:28 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। देश में व्हाइट कॉलर जॉब करने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। आज जारी हुए एक रिपोर्ट के मुताबिक आईटी-सॉफ्टवेयर, टेलीकॉम और शिक्षा क्षेत्रों में अक्टूबर-नवंबर के दौरान कम भर्तीयां हुई है। इनमें सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है।
नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स (Naukri JobSpeak Index) के अनुसार, अक्टूबर-नवंबर महीने के दौरान व्हाइट कॉलर जॉब में 2,433 जॉब पोस्टिंग के साथ 12 प्रतिशत की गिरावट आई जो एक साल पहले इसी अवधि में 2,781 थी।
किस सेक्टर में कितनी कम हुई हाइरिंग?
अक्टूबर-नवंबर 2023 के दौरान टेलीकॉम में 18 प्रतिशत, शिक्षा में 17 प्रतिशत और रिटेलिंग सेक्टर (खुदरा बिक्री क्षेत्रों) में 2022 की तुलना में 11 प्रतिशत तक कम हाइरिंग हुई। वहीं हॉस्पिटेलिटी, ट्रैवल ऑटो और ऑटो सहायक जैसे क्षेत्रों में नियुक्ति स्थिर रही।सबसे अधिक आईटी सेक्ट प्रभावित
रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-नवंबर में आईटी क्षेत्र में कुल नियुक्तियां पिछले साल के समान महीनों की तुलना में 22 प्रतिशत कम थी।इन सेक्टर में बढ़ी हाइरिंग
रिपोर्ट के मुताबिक ऊर्जा कंपनियों द्वारा तेजी से विस्तार और देश भर में नई रिफाइनरियों की स्थापना के कारण, ऑयल और गैस सेक्टर में पिछले साल की तुलना में अक्टूबर-नवंबर में 9 प्रतिशत हाइरिंग बढ़ी।फार्मा सेक्टर में भी 2022 की तुलना में अक्टूबर-नवंबर में नई 6 प्रतिशत हाइरिंग बढ़ी। इसके अलावा इंश्योरेंस सेक्टर में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली। नौकरी.कॉम के मुख्य व्यवसाय अधिकारी पवन गोयल ने कहा,
तेल और गैस, फार्मा और बीमा जैसे मुख्य गैर-आईटी क्षेत्रों को एक व्यस्त त्योहारी अवधि के दौरान स्वस्थ क्लिप में बढ़ते हुए देखना उत्साहजनक था। अक्टूबर की तुलना में नवंबर में आईटी में 1 प्रतिशत की वृद्धि एक बहुप्रतीक्षित सकारात्मक संकेत हो सकती है, क्योंकि हम अगले महीने के रुझानों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।