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WPI Inflation: चुनावी सीजन में महंगाई का झटका, 50 प्रतिशत से ज्यादा आलू-प्याज के भाव

आलू और प्याज जैसी सब्जियों का दाम बढ़ने से मार्च में थोक महंगाई बढ़कर 0.53 प्रतिशत हो गई। यह फरवरी में 0.20 प्रतिशत थी। प्याज के थोक भाव में 56.99 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं मार्च में आलू का होलसेल प्राइस इंडेक्स 52.96 प्रतिशत बढ़ गया। एक साल पहले मार्च में आलू और प्याज के थोक भाव में 25 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 15 Apr 2024 12:53 PM (IST)
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मार्च में आलू का होलसेल प्राइस इंडेक्स 52.96 प्रतिशत बढ़ गया।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ी है। देश में आलू और प्याज जैसी सब्जियों और कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के कारण थोक महंगाई मार्च में 0.53 प्रतिशत हो गई। यह फरवरी में 0.20 प्रतिशत थी। इसका मतलब कि महंगाई में मामूली बढ़ोतरी हुई है।

आलू-प्याज का भाव क्यों बढ़ा?

प्याज के थोक भाव में फरवरी के दौरान 29.22 प्रतिशत का इजाफा हुआ था। वहीं, मार्च में इसमें 56.99 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। बाजार का मानना है कि खरीफ फसल की कटाई तक प्याज की काफी तंग रहने की आशंका है।

वहीं, आलू की बात करें, तो फरवरी में इसका 15.34 प्रतिशत बढ़ा था, जबकि मार्च में आलू का होलसेल प्राइस इंडेक्स 52.96 प्रतिशत बढ़ गया।

आंकड़े बताते हैं कि एक पहले मार्च में प्याज के थोक भाव में 36.83 प्रतिशत और आलू की थोक कीमतों में 25.59 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

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किन चीजों का बढ़ा दाम 

मार्च 2024 के लिए WPI इंडेक्स में मासिक परिवर्तन फरवरी 2024 की तुलना में 0.40 प्रतिशत रहा। खाद्य मुद्रास्फीति मार्च में 4.65 प्रतिशत रही, जबकि फरवरी में यह 4.09 प्रतिशत थी।

पिछले महीने खाद्य वस्तुओं, बिजली, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस के साथ कई अन्य चीजों के दाम में इजाफा हुआ, जिसके चलते मुद्रास्फीति बढ़ी।

खुदरा महंगाई में आई थी गिरावट

पिछले हफ्ते रिटेल इंफ्लेशन के आंकड़े जारी हुए थे, जिससे पता चला कि मार्च में यह सालाना आधार पर घटकर 4.85 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने में 5.09 प्रतिशत थी। यह गिरावट खासतौर पर खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी की वजह से हुई थी।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति मार्च में 8.52 प्रतिशत रही जो फरवरी में 8.66 प्रतिशत थी।

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