ज्यादा Dividend Yield वाले स्टॉक के पीछे क्यों रहते हैं निवेशक, किन्हें होता है इसका फायदा, जानिए पूरी डिटेल
जब निवेशक शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो वे ऐसे शेयरों की तलाश करते हैं जो अधिक लाभांश दे सकें। बाजार में अधिकांश कंपनियां लाभ कमाने के बाद अपने शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान करती हैं। आज जानिए की आखिर क्यों निवेशक करते हैं ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों की तालाश और आखिर कितने दिनों में मिलता है डिविडेंड।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 08 Aug 2023 08:30 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: जब भी कोई निवेशक शेयर बाजार में निवेश करता है तब वो वैसे स्टॉक की तालाश करता है जो ज्यादा डिविडेंड यानी लाभांश दे सके। बाजार की अधिकतम कंपनियां अपने शेयर धारकों को प्रॉफिट होने के बाद डिविडेंड देती है।
निवेशक क्यों करते हैं ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों की तालाश?
लाभांश मुनाफे का वह हिस्सा है जो एक कंपनी अपने शेयरधारकों को भुगतान करती है। लाभांश शेयरधारकों के लिए आय का एक विश्वसनीय स्रोत माना जाता है। डिविडेंड स्टॉक में निवेश करके निवेशक नियमित नकदी प्राप्त कर सकते हैं।
किन निवेशकों को होता है फायदा?
डिविडेंड स्टॉक उन निवेशकों के लिए फायदेमंद होता है जो आय के नियमित स्रोत के अलावा अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए शेयरों में भी निवेश करते हैं। शेयर बाजार से अधिक लाभ पाने की चाह रखने वाले निवेशकों के लिए लाभांश को समझना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
निवेशकों को कैसे मिलता है डिविडेंड?
यदि शेयरधारक लाभांश प्राप्त करने के पात्र हैं, तो भुगतान सीधे उनके मुख्य बैंक खाते में किया जाता है जो उनके ब्रोकरेज अकाउंट से जुड़ा हुआ होता है। लाभांश भुगतान की तारीख आमतौर पर एक्सडेट या रिकॉर्ड डेट के 30-45 दिन बाद होती है।क्या होता है डिविडेंड यील्ड?
डिविडेंड यील्ड एक वित्तीय माप है जिसका उपयोग यह मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है कि किसी निवेश पर उसके बाजार मूल्य की तुलना में कितना लाभांश प्राप्त हुआ है। इससे निवेशकों को यह समझने में मदद मिलती है कि किसी दिए गए स्टॉक में निवेश करना कितना लाभदायक है।
सरल भाषा में कहें तो लाभांश उपज जितनी अधिक होगी, लाभांश आय में निवेश पर रिटर्न उतना ही अधिक होगा।