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समय के साथ बढ़ता रहता है सोने का भाव, सदियों बाद भी क्यों नहीं बदला दस्तूर?

सोना को हमेशा निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम माना जाता है। इसे महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता के खिलाफ सबसे बेहतरीन हथियार समझा जाता है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं ताकि किसी भी मुश्किल की स्थिति का मुकाबला किया जा सके। शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड वाले दौर में भी सोने में निवेश की अहमियत बनी हुई है। आइए जानते हैं कि इसकी वजह क्या है?

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Sat, 24 Aug 2024 09:30 AM (IST)
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सोना हमेशा प्रतिष्ठित और प्रामाणिक जौहरियों से खरीदें।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पुराने जमाने से ही सोना रईसी का बड़ा पैमाना रहा है। यह चीज भारत ही नहीं, दुनियाभर के सभी देशों पर लागू होती है। उस वक्त व्यापार में स्वर्ण मुद्राओं के लिए जरिए लेनदेन होता था। अधिकतर लड़ाइयों में भी जीतने वाले राजाओं की नजर विरोधी के स्वर्ण भंडार पर ही रहती थी। सामान्य परिवार भी सोने के जेवरात खरीदने के लिए हर तरह के जतन करते। सदियां बदलीं, लेकिन सोने की अहमियत नहीं।

आज भी सोने को महंगाई के खिलाफ सबसे कारगर हथियार समझा जाता है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने भी हालिया समय में गोल्ड की खरीद बढ़ाई है। सामान्य परिवार आज भी सोने को बुरे वक्त का राजा समझते हैं, क्योंकि आप इसे कभी भी बेचकर या गिरवी रखकर नकद पैसे ले सकते हैं। अपना और परिवार का खर्च चला सकते हैं।

आइए जानते हैं कि सदियों बाद भी समय के साथ सोने का भाव क्यों बढ़ता रहता है। शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड के दौर में भी गोल्ड में निवेश करना क्यों जरूरी है और इसके क्या फायदे होते हैं।

सोने में निवेश के फायदे

पहले सोने में निवेश करने के लिए सिक्के और जेवरात के ही विकल्प थे। लेकिन, आज गोल्ड के फिजिकल और नॉन-फिजिकल, दोनों विकल्प मौजूद हैं। अगर आप निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं, तो डिजिटल या नॉन-फिजिकल गोल्ड आपके लिए बेहतर हो सकता है। इसे रखना भी काफी आसान रहता है।

गोल्ड में निवेश क्यों

सोना हमेशा से सबसे सुरक्षित निवेश समझा जाता है। आज भी आप देखते होंगे कि भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता बढ़ने से सोने की मांग और कीमत, दोनों ही बढ़ जाती है। यही वजह है कि आपके पूरे इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में सोने की हिस्सेदारी 10-15 फीसदी के करीब होनी चाहिए।

जोखिम घटाने में मदद

शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड से भले ही आपको तगड़ा रिटर्न मिले, लेकिन इनमें बड़ी गिरावट का भी डर रहता है। कई बार शेयर मार्केट में मंदी का दौर सालोंसाल तक चलता है। जब इक्विटी और डेट मार्केट बदहाल होते हैं, तो सोने का निवेश आपके पोर्टफोलियो को संभाल सकता है। इससे जोखिम कम करने में मदद मिलती है।

क्यों बढ़ता है सोने का भाव

महंगाई के खिलाफ सोना सबसे अच्छा बचाव है। इसका मूल्य जीवनयापन की लागत के साथ बढ़ता रहता है। यह सिलसिला सदियों से चला रहा है। इसकी वजह है डिमांड का हमेशा सप्लाई से अधिक होना। इसका ज्वेलरी, हेजिंग और इंडस्ट्रियल यूज ज्यादा होता है। इससे सोने की कीमतों में एकाएक भारी गिरावट नहीं आती।

कैसे खरीदें सोना

  • सोना हमेशा प्रतिष्ठित और प्रामाणिक जौहरियों से खरीदें।
  • खरीदने से पहले सोने पर हॉलमार्क निशान जरूर चेक करें।
  • सोने में निवेश से पहले बाजार के उतार-चढ़ाव पर नजर रखें।
  • बाजार में गिरावट के दौरान सोना खरीदने का विकल्प चुनें।
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