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Jobs in IT: दिग्गज आईटी कंपनियों में 70 हजार घटी कर्मचारियों की संख्या, जानें क्या है वजह

भारत के आईटी सेवा क्षेत्र के राजस्व में धीमी वृद्धि के बीच देश की दिग्गज आईटी कंपनियों में बीते वित्त वर्ष के दौरान कर्मचारियों की संख्या में 70 हजार की कमी आई है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इन्फोसिस टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) विप्रो और टेक महिंद्रा के कर्मचारियों में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई है। सिर्फ एचसीएल टेक में कर्मचारियों की संख्या में बढ़ी है।

By Agency Edited By: Suneel Kumar Updated: Sat, 27 Apr 2024 07:26 PM (IST)
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इन्फोसिस के कर्मचारियों की संख्या में सबसे ज्यादा 25,994 की कमी आई है।
पीटीआई, नई दिल्ली। वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत के आईटी सेवा क्षेत्र के राजस्व में धीमी वृद्धि के बीच देश की दिग्गज आईटी कंपनियों में बीते वित्त वर्ष के दौरान कर्मचारियों की संख्या में 70 हजार की कमी आई है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), विप्रो और टेक महिंद्रा के कर्मचारियों में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई है।

सिर्फ HCL टेक में बढ़े कर्मचारी

बीते वित्त वर्ष के दौरान इन्फोसिस के कर्मचारियों की संख्या में सबसे ज्यादा 25,994 की कमी आई है, जबकि टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 13,429 घटी है। एक अन्य आईटी कंपनी विप्रो के कर्मचारियों की संख्या में पूरे वित्त वर्ष के दौरान 24,516 की कमी आई है। इसी तरह टेक महिंद्रा के कर्मचारियों की संख्या 6,945 घटी है। हालांकि, इस दौरान एचसीएल टेक से कर्मचारियों की संख्या में 1,537 की वृद्धि हुई है।

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रेवेन्यू में सुस्ती है बड़ी वजह

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान भी आईटी सेवा क्षेत्र के राजस्व में वृद्धि लगातार दूसरे वर्ष भी धीमी रह सकती है और इस वर्ष क्षेत्र के राजस्व में 5-7 प्रतिशत की वृद्धि रह सकती है। रेवेन्यू में धीमी वृद्धि के चलते आइटी सेवा कंपनियों ने फ्रेशर्स को नौकरी देना बंद कर दिया है।

इसका नतीजा यह रहा कि दिसंबर 2023 में कर्मचारियों की संख्या में वार्षिक आधार पर चार प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी। क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक आदित्य झावेर का कहना है कि टेक्नोलॉजी खर्च में मंदी चालू वित्त वर्ष में भी जारी रहेगी। इसका असर आईटी सेवा प्रदाताओं की राजस्व वृद्धि पर पड़ेगा।'

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