Retail Inflation: पांच साल के निचले स्तर पर आई महंगाई, क्या अब ब्याज दरें घटाएगा RBI?
पिछले दिनों आरबीआई के गवर्नर शक्ति कांत दास ने खुदरा महंगाई दर खासकर खाद्य वस्तुओं की बढ़ती महंगाई दर को लेकर चिंता जाहिर की थी और यह भी कहा था कि ऐसी स्थिति में बैंक दरों में बदलाव का जोखिम आरबीआई नहीं ले सकता है। जानकारों के मुताबिक आगामी महीनों में भी जुलाई की तरह खुदरा महंगाई दर रही तो दिसंबर तक आरबीआई बैंक दरों में कटौती कर सकता है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी से जुलाई माह की खुदरा महंगाई दर जबरदस्त गिरावट के साथ 3.54 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। यह 59 माह (लगभग पांच साल) का सबसे निचला स्तर है। इस साल जून में खुदरा महंगाई दर 5.08 प्रतिशत दर्ज की गई थी। मात्र चार दिन पहले आरबीआई के गवर्नर शक्ति कांत दास ने खुदरा महंगाई दर खासकर खाद्य वस्तुओं की बढ़ती महंगाई दर को लेकर चिंता जाहिर की थी और यह भी कहा था कि ऐसी स्थिति में बैंक दरों में बदलाव का जोखिम आरबीआई नहीं ले सकता है।
कब तक कम हो सकती हैं ब्याज दरें
इस साल जून में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर 9.36 प्रतिशत थी जो जुलाई में सिर्फ 5.42 प्रतिशत रही। पिछले आठ महीनों से खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर सात प्रतिशत से अधिक चल रही थी। जानकारों के मुताबिक आगामी महीनों में भी जुलाई की तरह खुदरा महंगाई दर रही तो निश्चित रूप से दिसंबर तक आरबीआई बैंक दरों में कटौती कर सकता है। दास ने गत आठ अगस्त को मौद्रिक नीति कमेटी की समीक्षा के बाद कहा था कि आरबीआइ खुदरा महंगाई दर को चार प्रतिशत तक लाना चाहता है। खुदरा महंगाई दर में 47 प्रतिशत हिस्सेदारी खाद्य वस्तुओं की होती है।
इकरा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर का मानना है कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी से आने वाले महीनों में कुल महंगाई दर में थोड़ी और कमी आ सकती है। सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में शहरी इलाके में मात्र 2.98 प्रतिशत खुदरा महंगाई दर रही जबकि ग्रामीण इलाके में यह दर 4.10 प्रतिशत रही।
दलहन, सब्जियों और मसालों का हाल
आंकड़ों के मुताबिक इस साल जुलाई में खाद्य तेल व वनस्पति की खुदरा कीमतों में पिछले साल जुलाई के मुकाबले 1.17 प्रतिशत, मसाले के दाम में 1.43 प्रतिशत तो फ्यूल व लाइट में 5.48 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल जुलाई की तुलना में इस साल जुलाई में सबसे अधिक दाल व दलहन की कीमतों में 14.77 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।वहीं, सब्जी के दाम में 6.83 प्रतिशत, अनाज में 8.14 प्रतिशत, फल में 3.84 प्रतिशत, अंड में 6.76 प्रतिशत, मांस-मछली में 5.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। इस साल जून में पिछले साल जून की तुलना में सब्जी के दाम में 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। गैर खाद्य वस्तुओं की श्रेणी में जुलाई में कपड़े व फुटवियर की खुदरा कीमतों में पिछले साल जुलाई के मुकाबले 2.67 प्रतिशत, ट्रांसपोर्ट व संचार में 2.48 प्रतिशत, स्वास्थ्य में 4.06 प्रतिशत तो मनोरंजन में 2.20 प्रतिशत का इजाफा रहा।
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